Agneepath scheme: अग्निपथ योजना, जानें क्या हैं सैन्य भर्ती के नियम, तनख्वाह

भारतीय सेना (Indian Military) में अब नए नियमों से भर्ती प्रक्रिया होगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने Agneepath Recruitment Scheme लॉन्च कर दी है। इस मौके पर डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने इसे सुधार की महत्वाकांक्षी योजना बताया है।
Agneepath scheme launch: अब इंडियन आर्मी में भर्ती के लिए नए नियम लागू हो गए हैं। केंद्र सरकार ने आज से ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ शुरू की है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई योजना लॉन्च करते हुए कहा कि इससे युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा।
रक्षा खर्च आयु प्रोफाइल को कम करने की पहल
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि यह योजना रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफाइल को कम करने की दिशा में सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है। योजना के तहत सशस्त्र बलों का युवा प्रोफाइल तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। यह उन्हें नई तकनीकों के लिए प्रशिक्षित करने और उनके स्वास्थ्य के स्तर में सुधार करने में मदद करेगा।
4 साल के लिए होगी सेना में भर्ती
अग्निपथ योजना के तहत सेना में युवाओं को 4 साल के लिए भर्ती किया जाएगा। इससे जहां एक तरफ सैनिकों की कमी की समस्या कम होगी। वहीं, सैनिकों पर खर्च कम होने की संभावना भी बढ़ेगी।
6 माह की ट्रेनिंग
ज्ञात रहे कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 साल से सेना में भर्ती रुकी है। पहले जहां नए सैनिकों को 9 महीने की ट्रेनिंग लेनी होती थी और वेतनमान भी कम मिलता था। अब वहीं, महज 6 महीनों की ही ट्रेनिंग होगी।
यह है सैलरी/पैकेज
सेना में पहले रिटायरमेंट की उम्र करीब 40 साल थी। वहीं, अब नए नियमों के तहत पहले 4 साल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। बताया जा रहा है कि अभी सैनिकों को कम वेतन मिलता है, लेकिन नए नियमों के तहत करीब 30 हजार रुपये मिलेंगे।

आल इंडिया होगी भर्ती
युवाओं के लिए नए नियमों के तहत अखिल भारतीय स्तर पर भर्ती की जाएगी। हालांकि, नए भर्ती के तहत रिटायर होने के बाद पेंशन नहीं मिलेगी, लेकिन अच्छी बात ये है कि युवा नौकरी के दौरान कोर्स कर सकेंगे।
सैनिकों को कहा जायेगा ‘अग्निवीर’
ट्रेनिंग के बाद जवानों को ‘अग्निवीर’ (Agniveer) कहा जाएगा। 4 साल की अवधि पूरी होने पर करीब 75 प्रतिशत जवानों को रिटायर कर दिया जाएगा। इसके बदले में उन्हें 10-12 लाख रुपये की आकर्षक धनराशि दी जाएगी, जबकि 25 प्रतिशत जवानों को लंबी अवधि के लिए आगे सेवा विस्तार दिया जाएगा।
संक्षेप में जानिये यह बातें —
भर्ती होने की उम्र 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए।
शैक्षणिक योग्यता 10वीं या 12वीं पास
भर्ती चार सालों के लिए होगी।
चार साल बाद सेवाकाल में प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन होगा और 25 प्रतिशत लोगों को नियमित किया जाएगा।
चार साल बाद नियमित होने वाले जवानों को अग्निवीर कहा जाएगा।
पहले साल की सैलरी प्रति महीने 30 हज़ार होगी।
चौथे साल 40 हज़ार रुपए प्रति महीने मिलेंगे।
यह बोले राजनाथ सिंह —
राजनाथ सिंह ने कहा, ”युवाओं को यह फ़ायदा भी होगा कि उन्हें नई-नई तकनीक के लिए आसानी से प्रशिक्षित किया जा सकेगा। उनकी सेहत और फिटनेस का स्तर भी बेहतर होगा। अग्निपथ योजना के अंतर्गत यह प्रयास किया जा रहा है कि भारतीय सशस्त्र बलों का प्रोफ़ाइल उतना ही युवा हो जितना कि omg omg भारतीय आबादी का है।” रक्षा मंत्री ने कहा, ”अग्निपथ’ योजना से रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे। अग्निवीर सेवा के दौरान अर्जित स्किल और अनुभव से उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार प्राप्त होंगे। अग्निवीरों के लिए एक अच्छी पे पैकेज, चार साल की सेवा के बाद सेवा निधि पैकेज और एक ‘मृत्यु और विकलांगता’ पैकेज की भी व्यवस्था की गई है।”