जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव है किशोरावस्था, बरतें कुछ सावधानियां

✒️ जीआईसी ढोकाने में किशोरावस्था में बालिका शिक्षा व जागरूकता विषयक कार्यशाला सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज ढोकाने, नैनीताल में किशोरावस्था में…

जीआईसी ढोकाने में किशोरावस्था में बालिका शिक्षा व जागरूकता विषयक कार्यशाला

✒️ जीआईसी ढोकाने में किशोरावस्था में बालिका शिक्षा व जागरूकता विषयक कार्यशाला

सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज ढोकाने, नैनीताल में किशोरावस्था में बालिका शिक्षा व जागरुकता विषय पर आयोजित कार्यशाला में किशोरावस्था में होने वाले महत्वपूर्ण शारीरिक व मानसिक बदलावों के विषय में जानकारी दी गई। किशेरावस्था को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव बतलाया गया।

कार्यक्रम में बालिकाओं को संबोधित करते हुए शिक्षाविद अशोक उप्रेती ने कहा कि किशोरावस्था जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है। इसलिए इस समय करियर व जीवन से संबंधित निर्णय लेते समय सावधानी बरतें। लेखक व सेवानिवृत्त शिक्षक महेन्द्र कपिल ने योग व ध्यान की सहायता से किशोरावस्था जन्य तनाव को दूर करने का आह्वान किया। कपिल की ‘गोलू देवता’ पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी समारोह में किया गया। विद्यालय के विज्ञान शिक्षक मनोज पंत ने किशोरावस्था के शारीरिक, मानसिक व संवेदात्मक विकास पर विस्तार प्रकाश डाला।

संयुक्त चिकित्सालय सुयालबाड़ी की डॉ. हर्षिता ने उम्र बढ़ने के साथ बालिकाओं के शारीरिक परिवर्तनों के बारे में बताते हुए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के लिए कहा। मोहन चन्द्र जोशी प्रवक्ता ने विविध कैरियर विकल्पों के बारे में विस्तार से चर्चा की। प्रधानाचार्य बीके सिंह ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

संचालन डॉ. मनोज गैड़ा ने किया। विद्यालय को बालिकाओं ने पूर्ण मनोयोग से अतिथियों के वक्तव्य को सुना। इससे पूर्व कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रवज्जलन व अतिथियों के स्वागत के साथ किया गया। विद्यालय के शिक्षकों कर्मचारियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।

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