अल्मोड़ा: महिला हाट के कार्यों को देखने पहुंचा 85 प्रशिक्षु जजों का दल

✍️ हर गतिविधि को गौर से निहारा और जानकारी लेकर महत्व समझा ✍️ चितई गोलू मंदिर के दर्शन किए, पहाड़ की परंपरागत कृषि को जाना…

महिला हाट के कार्यों को देखने पहुंचा 85 प्रशिक्षु जजों का दल

✍️ हर गतिविधि को गौर से निहारा और जानकारी लेकर महत्व समझा
✍️ चितई गोलू मंदिर के दर्शन किए, पहाड़ की परंपरागत कृषि को जाना

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: दिल्ली से आए 85 प्रशिक्षु जजों का दल आज प्रसिद्ध चितई गोलू मंदिर पहुंचा। पहाड़ भ्रमण पर आए इस दल ने चितई में महिला हाट संस्था के विविध रचनात्मक कार्यों को देखा और काफी प्रशंसा की। उन्होंने विविध गतिविधियों को गौर से निहारते हुए जानकारी लेकर सभी कार्यों की बारीकी व महत्व को समझा।

महिला हाट संस्था अल्मोड़ा की चितई में लगभग 100 घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग, 5 हेक्टयर से अधिक वन पंचायत क्षेत्र में मजबूत तारबाड़ के साथ लगभग 5 हजार पौधों का वृक्षारोपण कार्य एवं 15 परिवारों के साथ मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन एवं समूह संगठन आदि गतिविधियां की गई हैं। इन कार्यों का अवलोकन समय—समय पर यहां आने वाले श्रद्धालु एवं पर्यटक रहते आ रहे हैं। अवलोकन करने के बाद हर कोई इन कार्यों की सराहना किए बिना नहीं रह पाता। इसी क्रम में पहाड़ भ्रमण पर निकला दिल्ली न्याय अकादमी के 85 प्रशिक्षु जजों का दल महिला हाट के इन कार्यों को देखने पहुंचा। दिल्ली न्याय अकादमी के निदेशक डॉ. मनमोहन शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे इस दल ने यहां महिला हाट के कार्यों को देखा और इनका महत्व समझा। साथ ही कई जानकारियां जुटाई।

महिला हाट के राजू कांडपाल, गीता पांडे, पुष्पा एवं संजय ने इन्हें गांव में संस्था की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। प्रशिक्षु जजों ने यहां स्थित कृषि विभाग के सहयोग प्राप्त आउटलेट से मोटे अनाजों के बारे में जानकारी ली तथा इसके महत्व को जाना। आउटलेट संचालिका लता कांडपाल ने उन्हें पहाड़ के परांपरागत कृषि कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दिल्ली न्याय अकादमी के निदेशक डॉ मनमोहन शर्मा एवं उप निदेशक पवन रजावत ने सभी प्रशिक्षु जजों की तरफ से संस्था के लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में भी यहां आते रहने का वायदा किया। दल के सभी सदस्यों ने प्रसिद्ध चितई न्याय देवता गोलू एवं चित्रेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए और सुंदर प्राकृतिक नजारे को निहारा।


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