बागेश्वर। कांडा में आज से रैपिड किट टेस्ट से कोरोना की जांच शुरू हो गई है। जिसमें डॉक्टर्स व उनकी टीम ने 8 लोगों के टेस्ट किये। जिनका रिजल्ट बीस मिनट के में ही सामने आ गया। स्वास्थ्य विभाग बागेश्वर से सीएचसी कांडा को 50 रैपिड किट टेस्ट भेजी गई हैं। किट लेकर टीम नाघर माजिला के स्कूल में पहुंची। यहां पर आठ लोग क्वारंटाइन में रह रहे है।मुंबई और गोवा से आने के कारण सभी का रैपिड किट टेस्ट किया गया। सीएचसी कांडा के चिकत्साधिकारी डॉ.हरीश पोखरिया ने कहा कि रैपिड टेस्ट किट की काफ़ी आवश्यकता थी।
उन्होंने रैपिड टेस्ट किट के बारे में बताया कि जब भी कोई व्यक्ति किसी वायरस का शिकार होता है तो उसके शरीर में उस वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज बनती हैं। रैपिड किट टेस्ट में उन्हीं एंटीबॉडीज का पता लगाया जाता है। शुगर टेस्ट की तरह व्यक्ति की अंगुली से महज एक-दो बूंद खून की जरूरत होती है। इससे ये पता चल जाता है कि हमारे इम्युन सिस्टम ने वायरस को बेअसर करने के लिए एंटीबॉडीज बनाए हैं या नहीं। कोरोना वायरस का संक्रमण पता लगाने के लिए रियल टाइम पीसीआर टेस्ट किया जा रहा है, जिसमें मरीजों के गले व नाक से स्वैब सैंपल लिया जाता है, जो आरएनए पर आधारित होता है।
इस टेस्ट में मरीज के शरीर में वायरस के आरएनए जीनोम के सबूत खोजे जाते हैं। इसमें दो दिन का समय लग रहा है।इसकी जाँच भी एसटीएच हल्द्वानी में हो रही है। अब रैपिड टेस्ट शुरू हो गया है । अगर व्यक्ति पॉजिटिव आता है तो फिर उसका रियल टाइम पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। मालूम हो डॉ हरीश पोखरिया अब तक 7000 प्रवासियों की स्क्रीनिंग कर चुके है। रैपिड किट टेस्ट टीम में लैब टेक्नीशियन आशू धपोला, एएनम अंबा जोशी, सविता राणा आदि थे।