उत्तराखंड में जनता को मिले नि:शुल्क पेयजल ! पालिकाध्यक्ष ने सीएम से की मांग
- सीएम से मिला नगर पालिका परिषद का शिष्टमंडल
- कहा बाहरी राज्यों को दे रहे पानी, जनता से वसूला जा रहा मनमाना जलकर
- प्राधिकरण को समाप्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा के शिष्टमंडल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को अल्मोड़ा आगमन पर डीडीओ को समाप्त करने, मीटर रीडिंग के अनुसार जल कर वसूले जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता को नि:शुल्क पेयजल उपलब्ध कराने की मांग भी की।
ज्ञापन में कहा गया है कि जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण पर्वतीय क्षेत्र के व्यापक जन हित को देखते हुए यथाशीघ्र समाप्त किया जाना चाहिए। आज तक सरकार ने जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को केवल स्थगित करने की घोषणा की है। जिस कारण नगर के नागरिक एवं ग्रामीण जनता अपने मकानों का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। इससे नगर पालिका को भी भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने प्रमुख जन समस्या को सीएम के समक्ष रखते हुए कहा कि जल संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष 9 प्रतिशत बढ़ोत्तरी जल में की जा रही है, जिससे आम जनता पर बहुत अधिक आर्थिक बोझ पड़ रहा है। शासन को मीटर लगाकर पेयजल मूल्य वसूले जाने का आदेश जारी करना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग रखी कि जब उत्तराखंड प्रदेश के द्वारा दूसरे राज्यों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है तो इस राज्य में पेयजल की दरें या तो बहुत कम होनी चाहिए या पेयजल नि:शुल्क कर दिया जाना चाहिए।
ज्ञापन में माल रोड स्थित हरी प्रसाद टम्टा धर्मशाला के लिए एक करोड़ रूपये की मांग की गई, ताकि यहां पर रैन बसेरा बन सके तथा नगर में बाहर से आने वाले लोगों के लिए रात्रि विश्राम की व्यवस्था हो सके। विशेष रूप से भर्ती मेला आदि के लिए आने वाले युवकों के लिए भी उक्त रैन बसेरा बनने से एक अच्छी व्यवस्था मिल सकेगी। सेवा निवृत्त कर्मचारियों से गोल्डन कार्ड के रूप में जबरन उनकी पेंशन से वसूली नही किये जाने का आग्रह किया गया। साथ ही कहा कि सेवा निवृत्त कर्मचारियों से गोल्डन कार्ड के लिए जो वसूली की जा रही है उसे समाप्त किया जाये। ज्ञापन सौंपने वालों में पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी के अलावा सभासद सचिन आर्या, हेमचंद्र तिवारी, विजय पांडे तथा सेवानिवृत्त कर्मचारी संगठन से चंद्रमणी भट्ट शामिल रहे।