सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत में बरती जा रही अनियमितता के खिलाफ धरनारत जिला पंचायत सदस्यों ने डीएम को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। जिसमें प्रकरण की जल्द जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उपेक्षा हुई तो सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
बुधवार को भी जिला पंचायत परिसर में आंदोलित जिला पंचायत सदस्यों का धरना जारी रहा। धरने के बाद उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। धरने के दौरान सभा में उन्होंने आरोप लगाया कि जिला पंचायत अध्यक्ष पंचायती राज अधिनियम के विपरीत सदन चला रहे हैं।
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नियोजन व अन्य समितियों का कार्यकाल बीते जनवरी माह में खत्म हो गया है। लेकिन बार-बार समितियों का पुनर्गठन किए जाने को कहे जाने के बाद भी आज तक कोई प्रस्ताव नही लाया गया और मनमाने ढ़ग से सदन चलाया जा रहा है। पंचायत अधिनियमों का उल्लंघन कर बजट को गलत तरीके से वितरित किया जा रहा है। नियम विरुद्ध 55 प्रतिशत बजट अध्यक्ष के विवेकाधीन रख दिया। जिला पंचायत सदस्याें ने कहा कि 15वें वित्त की कार्ययोजना बिना सदस्यों से प्रस्ताव मांगे बगैर अपने कार्यकर्ताओं से कार्यों का प्रस्ताव मंगवाकर योजना अपलोड कर दी गई है।
सदन में मात्र एक कर्मचारी के प्रमोशन का प्रस्ताव होने के बाद भी दो अन्य कर्मचारियों का भी प्रमोशन कर दिया गया। सोबन सिंह जीना बहुद्देश्यीय भवन के कमरे शराब व्यवसाई को दे दिया गया हैं। जिला पंचायत में कार्यरत स्थाई चालकों से गाड़ी ना चलवाकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से गाड़ी चलाई जा रह है और मनमाने तरीके से टीए, डीए निकाले जा रहे हैं। जिला पंचायत के जो कर्मचारी नही है उनके सरकारी कार्य कराया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य नवीन परिहार, हरीश ऐठानी, सुरेन्द्र खेतवाल, पूजा आर्या, रुपा कोरंगा,इंद्रा परिहार, वंदना ऐठानी, गोपा धपोला, रेखा देवी मौजूद थे।