सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने कोरोनाकाल में रात—दिन सेवाभाव में जुटे मेडिकल कालेज में आउटसोर्सिंग व उपनल से रखे कर्मचारियों के हितों का मुद्दा उठाया है। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है, जिसमें इन कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनका स्वास्थ्य बीमा, कार्य के सापेक्ष वेतनमान एवं स्थायी नियुक्ति अथवा विभागीय तौर पर संविदा में नियुक्ति देने की मांग उठाई है।
पूर्व उपाध्यक्ष श्री कर्नाटक नेमुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में कहा कि अल्मोड़ा जनपद में कोरोना काल के दौरान नर्सिंग स्टाफ तथा टैक्नीशियन जैसे कर्मचारियों को आउटसोर्सिग, उपनल व पीआरडी के माध्यम से राजकीय मेडिकल कालेज अल्मोड़ा में नियुक्त किया गया है। जो मानवीय हित में कोरोना महामारी में दिन-रात कोविड लैब, कोविड वार्ड, वैक्सीनेशन कक्ष, सैम्पलिंग, एम्बुलेंशन आदि में निरन्तर कार्य कर रहे हैं, मगर उन्हें कार्य की तुलना में न्यून मानदेय दिया जा रहा है। श्री कर्नाटक ने मुख्यमंत्री के समक्ष इनके हित में चार सूत्रीय मांगें रखी हैं और अविलंब इन मांगों की पूर्ति का अनुरोध किया है।
ये हैं चार प्रमुख मांगें
(1) नर्सिग स्टाफ एवं टैक्नीशियनों को 30,000 रुपये मानदेय प्रतिमाह स्वीकृत कर भुगतान किया जाय।
(2) कोविड-19 कार्य में लगे हुये नर्सिग स्टाफ व टैक्नीशियनों का तत्काल बीमा कराया जाय ।
(3) नर्सिग स्टाफ व टैक्नीशियनों को मानदेय भुगतान विभागीय रूप से किया जाय, ताकि अल्प मानदेय में कटौती की शिकायतें दूर हों।
(4) नर्सिग स्टाफ तथा टैक्नीशियनों द्वारा किये जा रहे जोखिम पूर्ण कार्य को देखते हुए उन्हें स्थाई अथवा विभागीय संविदा पर नियुक्ति दी जाए।
——————————————————
अल्मोड़ा ब्रेकिंग : covid curfew के उल्लंघन पर सख्त हुई पुलिस, स्कूटी सीज