सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मियों की धर्मपत्नियों के हित में गठिन संगठन उत्तराखंड पुलिस वाइफ्स वैलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष व पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड की पत्नी अलकंदा अशोक यहां पुलिस लाइन पहुंचीं, जहां उन्होंन कार्मिकों की पत्नियों की समस्यायें सुनीं और कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।
पुलिस लाइन अल्मोड़ा के सभागार में श्रीमती अलकनन्दा अशोक की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम की शुरूआत आईजी अजय रौतेला की धर्मपत्नी श्रीमती रिमझिम, एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट की धर्मपत्नी हेमा बिष्ट की उपस्थित में हुई। इस मौके पर शिव वंदना प्रस्तुत करने के साथ ही सांस्कृतिक नगरी की झलकियां पेश की गई। स्थानीय भाषा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दिया गया। उल्लेखनीय है कि अलकनन्दा अशोक महोदया द्वारा गठित UPWWA का मुख्य उद्देश्य पुलिस परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ समय-समय पर मेडिकल कैम्प, प्रत्येक महिला की रचनात्मक कुशलता चिन्हित कर अवसरों में स्थान दिलवाना है।
कार्यक्रम में जनपद के पुलिस कार्मिकों की धर्म पत्नियों का सम्मेलन हुआ। जिसमें कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं से वार्तालाप कर उनकी पारिवारिक समस्याओं की जानकारी ली गयी तथा निस्तारण हेतु सम्बन्धित को बताया गया। कहा कि महिलाएं की परिवार की नींव हैं, पूरे समर्पण भाव से अपने परिवार की देखभाल करती हैं परन्तु स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पाती है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक महिला के अन्दर कोई न कोई रचनात्मकता छुपी होती है, जिसे चाह कर भी वह निखार नहीं पाती। हम चाहते हैं कि यदि किसी भी महिला के अन्दर कोई भी रचनात्मकता (सिलाई, पेन्टिंग, ऐपण, ब्यूयूटेशन, क्राफ्टिंग आदि) हो तो वो आगे आएं। उसे हम आगे बढ़ाकर औरों को भी आत्मनिर्भर बना सकते हैं। सभी महिलाएं अपने स्वास्थ के लिए जरूर टाइम निकालें जैसे योगा आदि। उन्होंने कहा कि जब हम पूर्णरूप से स्वस्थ होगें तभी अपने परिवार का भी ख्याल कर पायेगें। श्रीमती सरिता पाठक द्वारा बताया गया कि पुलिस परिवार के बच्चों के लिए एक लाइब्रेरी की आवश्यकता है, जिसका संज्ञान लेते हुए महोदया ने बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोलने का आश्वासन दिया। इसके अतिरिक्त यह भी बताया कि वर्तमान में स्कूल वेन नहीं चलने के कारण बच्चों को स्कूल पहुंचाने हेतु वाहन की अतिआवश्यकता है, जिस पर श्रीमती अशोक द्वारा पुलिस लाईन से वाहन की व्यवस्था का आश्वासन दिया गया। इसके अतिरिक्त महिलाओं से वार्ता करने के उपरान्त निर्णय लिया कि तीन माह में एक बार पुलिस लाईन में कैम्प लगवाकर प्रत्येक महिला की स्वास्थ्य जांच की जाये। यदि आत्मनिर्भर बनने के लिए कोई भी कार्य करना चाहते हैं तो प्रशिक्षण दिलवाया जाय। पुलिस परिवार के बच्चों के लिए ऑन-लाईन क्लास संचालित करवाने हेतु पुलिस लाईन में एक कक्ष तैयार कर कम्प्यूटर एवं इन्टरनैट कनैक्टिविटी लगवाई जाय। पुलिस परिवार में जिन पुलिस कर्मियों की मृत्यु हो चुकी है उनकी धर्मपत्नियों से मिलकर उनकी परेशानियों का समाधान करने का पूरा प्रयास किया जाय। त्यौहारों को मिलकर सैलीब्रेट एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरूस्कार वितरण किया जाय।
कार्यक्रम में अल्मोड़़ा पुलिस परिवार की महिला कल्याण की अध्यक्षा हेमा बिष्ट द्वारा श्रीमती अशोक को अग्रिम कार्ययोजना में शामिल योगा, पेन्टिग के बारे में बताया गया। जिसमें योग प्रशिक्षक प्रियंका जोशी ने योग तथा ऐपण व पेन्टिग प्रशिक्षक मीना आगरी ने पेन्टिंग के बारे में चर्चा की गयी तथा विभिन्न प्रकार के ऐपण चित्रकारी का प्रदर्शनों ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन कृष्णा लटवाल एवं ज्योती जाटव द्वारा किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा पीआरओ हेमा ऐठानी द्वारा तैयार की गयी। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं द्वारा अलकनंदा अशोक द्वारा दिये गये मार्गदर्शन की काफी सराहना करते हुए प्रशंसा की गयी। कार्यक्रम में महिला थानाध्यक्ष श्वेता नेगी, महिला कल्याण केन्द्र में नियुक्त कानि गार्गी रानी, कानि रेखा अटवाल, श्रीमती काजल, ममता पाण्डे, उषा लेखक, प्रेमा देवी, रेखा मेहता के अलावा कानि मीनाक्षी, कानि चम्पा विश्वकर्मा, कानि अनीता बिष्ट आदि मौजूद रहे।