Almora : नृसिंहबाड़ी में गुलदार से ख़ौफ़ज़दा नागरिक, घरों की छतों, खेतों, आवासीय परिसरों में हो रहा है दाखिल, आज दोपहर भी दिखाई दिया, मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम के नही चढ़ा हत्थे

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
यहां नृसिंहबाड़ी मोहल्ले में गुलदारों की जबरदस्त दहशत कायम हो चुकी है। यूं तो विगत कई माह से यहां गुलदारों की आवाजाही हो रही थी और कई पालतू व आवारा कुत्तों को इसने अपना निवाला भी बना लिया, किंतु अब दहशत कई गुना बड़ चुकी है।
इसका कारण यह है कि आज रविवार दोपहर के वक्त गुलदार इधर—उधर घूमते पाया गया। जिसके बाद लोगों ने वन महकमे को सूचना दी, लेकिन विभागीय टीम पहुंचने तक गुलदार भागने में सफल हो गया। बता दें कि मोहल्ले में एक पिंजड़ा भी लगाया गया है, लेकिन उसमें गुलदार नही फंसा है। मोहल्ले के नागरिकों का कहना है कि रोजाना रात 12 बजे के बाद से गुलदार के गुर्राने की आवाज साफ सुनाई पड़ती है। यह मकानों की छतों, खेतों, सीढ़ियों में चढ़ कर बैठ रहा है। एक आवासीय परिसर में इसने इतना हंगामा किया कि घर के द्वार पर गुलदार के पंजों के निशान साफ दिखाई पड़ रहे हैं। यहां एक पालतू कुत्ते को पकड़ने के प्रयास में गुलदार आवासीय परिसर के दरवाजे के बाहर आ गया और उसने दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया। आस—पास के लोगों द्वारा शोर मचाने पर गुलदार भाग खड़ा हुआ। अब तो आलम यह है कि शाम ढलते ही एक अजीब सी दहशत शुरू हो जा रही है। देर रात तो लोग घर से बाहर निकलने में भी भय खा रहे हैं। कई लोगों का यह भी कहना है कि यहां एक नही, बल्कि दो गुलदार घूम रहे हैं। हालांकि इस बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नही कहा जा सकता कि यहां एक या इससे अधिक गुलदार हैं।
शिफ्ट किया जायेगा पिंजड़ा, पूरे 5 किमी का दायरा है गुलदार का : संचिता वर्मा
इधर वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा ने बताया कि गुलदारों का इलाका लगभग पांच किमी का दायरा होता है। यह गुलदार सिर्फ नृसिंहबाड़ी ही नही, बल्कि अपने पूरे दायरे के चक्कर काट रहा है। उन्होंने बताया कि गत 26 जनवरी से यहां एक पिंजड़ा लगाया भी गया है, लेकिन उसमें गुलदार फंस नही रहा है। उन्होने बताया कि कल सोमवार दोपहर तक पिंजड़े को अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जायेगा।