रामनगर। गर्जिया मंदिर के कपाट 18 सितंबर को खोले जाएंगे। यह वह अवसर हो गा जब पितृ विसर्जन हो चुका होगा। आज गर्जिया मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि श्रद्धालुओं को समिति में पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। मंदिर परिसर तक वहीं वाहन जा सकेंगे जिनका पंजीकरण समिति में कराया गया होगा। मुख्य मंदिर में एक बार में बीस व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगें। मुख्य मार्ग पर थर्मल स्कैनर व सैनेटाजर लगाने की व्यवस्था समिति की ओर से की जाएगी। पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं को आधार कार्ड अनिवार्य रूप से लाना होगा।
मंदिर में पूजा एवं प्रसाद सामग्री ले जाने में प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क भी लगाना होगा। मंदिर में केवल दर्शनों की ही अनुमति होगी। प्रसाद आदि की दुकानें सम विषम आधार पर खोली जाएंगी। सुबह आठ से चार बजे तक मंदिर में माता के दर्शन किए जा सकेंगे। बैठक में मंदिर समिति के अध्यक्ष केएस अधिकारी, सचिव डा. डीडी दानी, कोषाध्यक्ष निशांत पपनै, निरीक्षक मुकुल जोशी, एमएस नेगी,पुजारी दिनेश चंद्र पांडेय व स्थानीय दुकानदार व गणमान्य लेाग उपस्थित रहे।