हल्द्वानी न्यूज : माले ने दी त्रेपन चौहान को श्रद्धांजली और संविधान पर खतरे को लेकर चर्चा

हल्द्वानी । भाकपा(माले) की राज्य कमेटी की बैठक ऑनलाइन से आयोजित की गयी। बैठक की शुरुआत में आंदोलनकारी और लेखक त्रेपन चौहान को एक मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गयी।
बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि देश ने आज़ादी के 73 साल पूरे कर लिए हैं, लेकिन वर्तमान दौर में आज़ादी के आंदोलन से हासिल लोकतंत्र और संविधान पर सबसे बड़ा खतरा मंडरा रहा है। यह खतरा उनसे है,जिन पर संविधान की शपथ ले कर लोकतंत्र को चलाने का जिम्मा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाना आज वाम-जनवादी ताकतों का फौरी कार्यभार है।
बहुगुणा ने कहा कि प्रख्यात अधिवक्ता प्रशांत भूषण भ्रष्टाचार के खिलाफ और जनहित के मामलों में लगातार पैरवी करते रहे हैं। जिस तरह से उनके विरुद्ध अदालत की अवमानना का मुकदमा चलाया गया और उन्हें दोषी करार दिया गया,वह प्रतिरोध के स्वरों को खामोश करने की एक और कोशिश है।
माले राज्य सचिव ने कहा कि उत्तराखंड में भारी बरसात के चलते जन जीवन अस्तव्यस्त है। राज्य सरकार प्राकृतिक आपदा से पीड़ित लोगों को खास तौर पर पिथौरागढ़ जिले में आपदा की मार झेल रहे लोगों को प्रभावी राहत पहुंचाने में नाकामयाब रही है। उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा के बाद पार्टी ने यह मांग की थी कि इस आपदा से सबक लेते हुए विकास योजनाओं का स्वरूप तय हो, लेकिन सरकारों ने कोई सबक नहीं सीखा। इसीलिए तमाम मानकों को धता बताते हुए बन रही ऑल वैदर रोड,लगातार विनाश का सबब बन रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह से ई.आई.ए.(पर्यावरण प्रभाव आंकलन) कानून को बदलने जा रही है,पर्यावरणीय दृष्टि से वह विनाशकारी सिद्ध होगा।
उत्तराखंड सरकार जिस तरह भाजपा के अलावा अन्य पार्टियों के कार्यक्रमों को रोकने के लिए उन पर मुकदमें लाद रही है,इसकी भी पार्टी ने तीव्र निंदा की और तुरंत ऐसे फर्जी मुकदमें वापस लेने की मांग की।
बैठक में कोरोना महामारी के प्रति राज्य सरकार की लापरवाही और अस्पतालों की बदइंतजामी का सवाल भी मुखरता से उठा। जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार अस्पतालों में किया जा रहा है वह कतई असंवेदनशील है जिसके चलते सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में कई लोगों की मौत हो चुकी है और लापरवाही की कई घटनाएं सामने आई हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस तरह की उपेक्षा और लापरवाही पर तत्काल रोक लगाने की जरूरत है।
ऑनलाइन बैठक में राज्य सचिव के अलावा एक्टू के प्रदेश महामंत्री के.के.बोरा, गढ़वाल सचिव इन्द्रेश मैखुरी, उधमसिंहनगर जिला सचिव आनंद नेगी, पिथौरागढ़ के जिला सचिव गोविंद कफलिया, राज्य कमेटी सदस्य अतुल सती,राजेन्द्र जोशी,
नैनीताल जिला सचिव डॉ कैलाश पांडेय,
विशेष आमंत्रित सदस्य कैलाश जोशी,बिंदुखत्ता एरिया कमेटी के सचिव ललित मटियाली,विमला रौथाण आदि शामिल थे।