विश्वसनीयता व पारदर्शिता से कर्तव्यों का निर्वहन करें शिक्षक: बिष्ट

✍️ अल्मोड़ा डायट में संदर्भदाताओं के प्रशिक्षण के शुभारंभ मौके पर बोले डीईओ ✍️ प्राचार्य जीएस गैड़ा ने कहा— प्रेरणाप्रद नवाचारी कार्यक्रम सराहनीय व अनुकरणीय…

विश्वसनीयता व पारदर्शिता से कर्तव्यों का निर्वहन करें शिक्षक: बिष्ट

✍️ अल्मोड़ा डायट में संदर्भदाताओं के प्रशिक्षण के शुभारंभ मौके पर बोले डीईओ
✍️ प्राचार्य जीएस गैड़ा ने कहा— प्रेरणाप्रद नवाचारी कार्यक्रम सराहनीय व अनुकरणीय

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा में सामुदायिक सहभागिता के अंतर्गत विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों के प्रशिक्षण के लिए संदर्भ दाताओं का प्रशिक्षण चल रहा है। जिसका शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चंदन सिंह बिष्ट एवं डायट के प्राचार्य गोपाल सिंह गैड़ा ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के हवालबाग, सल्ट, चौखुटिया, ताकुला, भैसियाछाना व लमगड़ा के शिक्षक व संकुल समन्वयकों समेत 108 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।

संदर्भदाता शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी चंदन सिंह बिष्ट ने विद्यालय प्रबंध समितियों को सशक्त बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए शिक्षक सहभागिता, विश्वसनीयता व पारदर्शिता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। संस्थान के प्राचार्य गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा कि शिक्षा का अधिकार के तहत विद्यालयों में संसाधन मुहैया कराये जा रहे हैं। ऐसे में विद्यालय प्रबंध समिति का सहयोग आवश्यक है। श्री गैड़ा ने कहा कि जनपद स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता के लिए जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा भी विद्यालय प्रबंध समिति के माध्यम से शिक्षक एवं ई कंटेंट उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिसका लाभ सरकारी विद्यालयो को मिल रहा हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रेरणाप्रद नवाचारी कार्यक्रम सराहनीय व अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से एसएमसी सदस्यों को छात्रों की उपलब्धि को साझा किया जाना है।

नियोजन एवं प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हेमचंद जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में सामुदायिक सहभागिता एवं गुणवत्ता शिक्षा के लिए वातावरण निर्माण के लिए एसएमसी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने निपुण भारत मिशन पर भी पर अपना व्याख्यान दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. दीपा जलाल ने एसएमसी के गठन की जानकारी दी जबकि रमेश सिंह रावत ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संदर्भदाता के रुप में डॉ. सतीश चंद्र भट्ट, हेम चन्द्र भट्ट, नवीन चंद्र जोशी, पूरन चंद्र पांडे आदि ने एसएमसी के विभिन्न आयामों पर परिचर्चा की। इस मौके पर डायट के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोविंद सिंह रावत, डॉ. कमलेश सिराड़ी, डाॅ. दीपा जलाल, डॉ. महेंद्र सिंह भंडारी, डॉ. प्रकाश पंत, हरिवंश बिष्ट, ललित मोहन पांडे, डॉ. हेमलता धामी, डाॅ. सरिता पांडे, पवन कुमार, जीवन सिंह मेहरा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रमेश सिंह रावत एवं डॉ. दीपा जलाल ने संयुक्त रुप से किया।


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