Almora: विद्यार्थियों ने किए कत्यूरी शैली में निर्मित सूर्य मंदिर कटारमल के दर्शन

✒️ जीबी पंत में वैज्ञानिक गतिविधियों से हुए रूबरू
✒️ राउमावि रौनडाल के छात्र-छात्राओं का भ्रमण कार्यक्रम
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। विज्ञान और इतिहास एक-दूसरे के पूरक हैं। इनका अध्यन विद्यार्थियों में एक नव सोच का विकास करता है। आज विद्यार्थियों के एक समूह ने जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान और सूर्य मंदिर कटारमल का भ्रमण किया। इस दौरान जहां उन्होंने कत्यूरी शैली में निर्मित अद्भुत मंदिर के दर्शन कर उत्तराखंड के गौरवशाली कत्यूरी इतिहास को समझा, वहीं पर्यावरण संस्थान में कुछ नवीन जानकारियां हासिल की।
उल्लेखनीय है कि आज बृहस्पतिवार को हवालबाग विकासखंड के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रौनडाल के विद्यार्थियों का शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित हुआ। भ्रमण के तहत विद्यार्थियों के समूह द्वारा जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान और सूर्य मंदिर कटारमल का भ्रमण किया गया।
इस ऐतिहासिक व वैज्ञानिक विरासत के भ्रमण कार्यक्रम के तहत कक्षा 09 के कुल 21 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। टीम प्रभारी सहायक अध्यापक प्रेमा बिष्ट और दीपा सिंह पाल के साथ संस्थान के वरिष्ठ शोधार्थियों और वैज्ञानिकों ने छात्रों को संस्थान से संबंधित वैज्ञानिक गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही छात्रों को विभिन्न प्रकार के औषधीय और वानकीय पौधों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान छात्र-छात्राओं को सूर्य कुंज, हरवेरिम गार्डन, हाइड्रोपोनिक्स और प्रशासनिक भवन में स्थित विभिन्न प्रयोगशालाओं का भी भ्रमण कराया गया।
भ्रमण कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राएं खासे उत्साहित नजर आये। विद्यार्थियों ने जहां सूर्य मंदिर के दर्शन कर उत्तराखंड के स्वर्णयुग कहे जाने वाले कत्यूरी शासनकाल की जानकारी प्राप्त की, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संस्थान का भ्रमण का सौभाग्य भी उन्हें प्राप्त हुआ। प्रयोगशालाओं के भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को कई नव वैज्ञानिक जानकारियां भी प्राप्त हुईं।