— कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कपकोट का निरीक्षण किया
— जिलाधिकारी अनुराधा बोली, छात्रावास की समस्याएं हल होंगी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिलाधिकारी अनुराधा पाल आज कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कपकोट पहुंची। जहां उन्होंने निरीक्षण करते हुए छात्रावास की व्यवस्थाओं व सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने बच्चों से छात्रावास में अच्छी पेंटिंग के साथ ही सफाई व्यवस्था रखने को कहा। डीएम ने छात्रावास की छात्राओं के साथ इम्तनान से बातचीत की और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इतना ही नहीं उन्होंने बालिकाओं के साथ ही बैठकर भोजन किया।
डीएम ने कहा कि छात्रावास में सफाई व्यवस्था के लिए नगर पंचायत से एक पर्यावरण मित्र की व्यवस्था की जाएगी, जिसके द्वारा सप्ताह में एक बार आकर छात्रावास की सफाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिए कि वे छात्रावास परिसर की ड्रेनेज व्यवस्था को तंदरूस्त बनाने के लिए सर्वे कराकर प्रस्ताव प्रस्तुत करें। उन्होंने छात्रावास की बालिकाओं के स्वास्थ परीक्षण शिविर लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खेलों में रूचि रखने वाली बालिकाओं को अन्य विद्यालयों से समन्वय कर खेल प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश खंड शिक्षा अधिकारी को दिए। इस दौरान उप जिलाधिकारी मोनिका, खंड शिक्षा अधिकारी चक्षुपति अवस्थी, अध्यक्ष सनातन सेवा समिति रमेश सिंह गढ़िया, उपाध्यक्ष गिरिश चन्द्र जोशी, सचिव गणेश उपाध्याय, कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश ऐठानी, उपसचिव हरीश चन्द्र ऐठानी, व्यवस्थापक हरीश सिंह बिष्ट, सलाहकार तनुज तिरूवा आदि मौजूद थे।
डीएम ने बालिकाओं के साथ किया भोजन
निरीक्षण को पहुंची जिलाधिकारी अनुराधा ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कपकोट की बालिकाओं के साथ संवाद करते हुए उनकी समस्याएं जानी तथा उन्हें हाइजीन संबंधी जानकारियां भी दी। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे अपने दुख-सुख आपस में शेयर करें, जिससे आपसी सामंजस्य बनता है व व्यक्तित्व विकास होता है। इसके बाद डीएम व एसडीएम ने बालिकाओं के साथ बैठकर भोजन किया तथा संवाद करते हुए उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
छात्रावास की समस्याएं हल होंगी: डीएम
जिलाधिकारी अनुराधा को छात्रावास की अधीक्षिका ने समस्याएं बताईं और इन समस्याओं के निराकरण का अनुरोध किया। इस पर डीएम ने कहा कि सभी समस्याओं का निदान किया जाएगा। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों जैसे पेंटिंग, डांस, खेल, संगीत आदि में भी बढ़चढ़ कर भागीदारी करें। स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मन के लिए ये गतिविधियां अति आवश्यक हैं। साथ ही व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण है। जिलाधिकारी श्रीमती पाल ने बालिकाओं को कंबल वितरित किए व समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।