- वीरांगना पंचायत प्रतिनिधि संगठन की जिला स्तरीय इंटर फेस बैठक
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
वीरांगना पंचायत प्रतिनिधि संगठन की जिला स्तरीय इंटर फेस बैठक आयोजित की गई। जिसमें अधिकारियों ने भी भागीदारी की। विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई। उनके समाधान की मांग प्रमुखता से उठाई गई।
तहसील सभागार में आयोजित बैठक में द हंगर प्रोजेक्ट नई दिल्ली के सहयोग से 60 ग्राम पंचायतों की महिला प्रधान, उप प्रधान, वार्ड सदस्यों की बैठक आयोजित हुई। जिला विकास अधिकारी संगीता आर्य ने बैठक की अध्यक्षता की और संचालन बसंती कपकोटी ने किया। महिला प्रधानों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ में सप्ताह में चार दिन, कपकोट में दो दिन अल्ट्रासाउंड हो रहा है। जिससे गर्भवती और रोगी परेशान हैं। व्यवस्था को सुचारू किया जाए। इसके अलावा मुद्दे उठाते हुए कहा गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवा पर्याप्त नहीं है। दवाइयां बाहर से लिखी जाती हैं। जन औषधी केंद्र पर भी दवाइयां नहीं हैं। एएनएम सुदूरवर्ती गांवों का मासिक भ्रमण करें। रिक्त पदों पर नियुक्ति और मासिक टीकारण किया जाए। प्राथमिक विद्यालय पुरड़ा में 36, रामपुर कोठों में 33, कनस्यारी में 35, कौलांग में 36, विमौला 51, थान डंगोली 28 बच्चे हैं। इन विद्यालयों में एकल शिक्षक हैं। जिससे उनकी पढ़ाई में व्यवधान हो रहा है।
ग्राम पंचायतों में सांसद, विधायक, जिला योजना से होने वाले विकास कार्य होते हैं। जिसकी जानकारी प्रधानों को दी जाए। पोलिंग, मुनार, तरसाल, चैड़ा आदि सड़कें खस्ताहाल हैं। दुर्घटना की संभावना बनी है। राशन कार्ड गरीब परिवारों के जमा करा दिए हैं। उन्हें परेशानी हो रही है। जल जीवन मिशन का कार्य मानक के अनुसार नहीं है। गांवों में पानी की दिक्कत है। मनरेगा के कार्य का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है। जिससे विकास कार्य अवरुद्ध हो गए हैं। इस दौरान मुख्य शिक्षाधिकारी गजेंद्र सौन, डा. प्रमोद जंगपांगी, इंद्र सिंह फस्वार्ण, अंकिता कपकोटी आदि मौजूद थे।