- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण आधारित कार्यशाला शुरू
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण पर आधारित कार्यशाला प्रारंभ हो गई है। राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि सर्वेक्षण में जिले का प्रदर्शन न्यून रहा है। कक्षा आठ के विज्ञान विषय में राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि 39 प्रतिशत है, जबकि जिले की 38 है। यही उपलब्धि बढ़ाने के लिए यह कार्यशाला आयोजित हो रही है।
मालूम हो कि एनसीईआरटी द्वारा 2021 में पूरे देश में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण किया गया, जिसमें यह सोचा गया कि बच्चे कितना सीख पा रहे हैं। रिपोर्ट में यह सामने आया कि बच्चों का स्तर पूरे देश में संतोषजनक नहीं है। कक्षा आठ के विज्ञान विषय में जहां राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि प्रतिशत 39 प्रतिशत है वहीं जनपद बागेश्वर का उपलब्धि प्रतिशत 38 प्रतिशत है। इस उपलब्धि प्रतिशत को बढ़ाने के लिए जनपद बागेश्वर द्वारा विज्ञान विषय की 32 गतिविधियां डिजाइन की गई हैं। इस हेतु राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर उन कौशलों की पहचान की गई है, जिनमें जनपद का प्रदर्शन न्यून रहा है। इसके बाद इन पहचान किए गए कौशलों के साथ विविध गतिविधियों की मैपिंग कर 32 गतिविधियां चयनित की गई हैं। विशेष बात यह है कि यह सभी गतिविधियां आस-पास पाई जाने वाली सामग्री से निर्मित की जा रही हैं जो, आसानी से कहीं भी उपलब्ध हो सकती हैं।
इस कार्यशाला के मुख्य संदर्भदाता बाल विज्ञान खोजशाला के संस्थापक आशुतोष उपाध्याय ने कहा कि विज्ञान को भाषा के जाल से बाहर निकालने की जरूरत है। पहले विज्ञान को गतिविधियों व प्रयोग से सिखाने की आवश्यकता है। तभी निर्धारित उपलब्धि स्तर को प्राप्त किया जा सकता है। कार्यशाला समन्वयक डॉ. शैलेंद्र धपोला ने कहा कि इस कार्यशाला में निर्मित गतिविधियों की वैधता की जांच इस संदर्भ समूह द्वारा की जाएगी। उसके बाद यह गतिविधियां पूरे जनपद में संचालित की जाएंगी। कार्यक्रम में डॉ. केएस रावत, कैलाश प्रकाश चंदोला, डॉ. राजीव जोशी, विक्रम, पिलख्वाल, राजेंद्र जोशी, संगम साह, गरिमा साह, सुरेश सती, कैलाश सनवाल, हेम लोहमी, डॉ. प्रेम सिंह मावड़ी, डॉ सीएम जोशी, रवि जोशी, डॉ बीडी पांडे, ममता पांडे आदि उपस्थित रहे।