जगदीश चंद्र हत्याकांड में सामने आये 02 अन्य नाम (पढ़िये पुलिस का खुलासा)

⏩ एक ने रैकी कर बंधक बनाने व दूसरे ने हत्या में दिया साथ ⏩ 01 गिरफ्तार, दूसरे की संदिग्ध हालातों में मौत सीएनई रिपोर्टर,…

⏩ एक ने रैकी कर बंधक बनाने व दूसरे ने हत्या में दिया साथ

⏩ 01 गिरफ्तार, दूसरे की संदिग्ध हालातों में मौत

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

जिले के भिकियासैंण क्षेत्र में गत दिनों हुए बहुचर्चित जगदीश चंद्र हत्याकांड में शामिल गीता की मां, पिता व भाई के अलावा दो और लोगों का पता पुलिस की पड़ताल में चला है।

जिसमें से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे आरोपी की हत्याकांड के अगले ही दिन अज्ञात कारणों से मृत्यु हो जाना बताया गया है। अब तक हत्यारोपियों में कुल चार लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। मामले में संलिप्त ये दो अन्य लोग घोड़ों से रेत ढोने का काम करते थे। इनमें से एक ने जगदीश चंद्र की रैकी करने व उसे बंधक बनाने में साथ दिया था, दूसरे ने हत्या में। यह खुलासा आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने किया।

आज अपने कार्यालय में पत्रकारों के समक्ष जगदीश चंद्र हत्याकांड प्रकरण में नया खुलासा करते हुए एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने घटना के बाद अब तक हुई कार्यवाही का उल्लेख किया और बताया कि गत 07 सितंबर को मामले के विवेचनाधिकारी ने न्यायालय की अनुमति से जिला कारागार अल्मोड़़ा जाकर न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध जगदीश चंद्र के तीनों हत्यारोपियों से गहनता से पूछताछ की और उनके बयानों के आधार पर 08 सितंबर 2022 को जगदीश चंद्र हत्याकांड में संलिप्त 02 अन्य आरोपियों के नाम प्रकाश में आए। जिनमें एक नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह व दूसरा नरेंद्र सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासीगण ग्राम नौगांव, पोस्ट कनोली, तहसील रानीखेत, जिला अल्मोड़ा है। एसएसपी ने बताया कि आरोपी नन्दन सिंह की घटना के अगले दिन अज्ञात कारणों से मृत्यु होना प्रकाश में आया है, जबकि दूसरे आरोपी नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में सीओ रानीखेत/विवेचना अधिकारी तिलक राम वर्मा, थानाध्यक्ष भतरोंजखान संजय पाठक, चौकी प्रभारी भिकियासैंण मदन मोहन जोशी व आरक्षी शमीम अहमद शामिल रहे जबकि सर्विलांस/एसओजी टीम में एसआई सुनील धानिक, सौरभ भारती, आरक्षी बलवंत प्रसाद व इन्द्र कुमार शामिल रहे।

जानिए, क्या था पूरा मामला

पुलिस की विवेचना के अनुसार जगदीश चन्द्र पुत्र केश राम निवासी ग्राम पनुवादोखन, तहसील सल्ट ने गीता उर्फ गुड्डी पुत्री जोगा सिंह, निवासी ग्राम बेल्टी तहसील भिक्यासैंण, जिला अल्मोडा़ के साथ अंतर्जातीय विवाह किया था। इस अंतर्जातीय विवाह से गीता उपरोक्त के परिजन बेहद आक्रोशित थे। गीता के पिता, भाई व मां ने तहसील रानीखेत अंतर्गत कनोली क्षेत्र के गांव नौगांव निवासी नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह व नरेन्द्र सिंह पुत्र हीरा सिंह (ये दोनों नदी से घोड़ों से रेत ढोने का कार्य करते थे) के साथ मिलकर जगदीश चन्द्र की हत्या का षडयंत्र रचा।

पुलिस के खुलासे के अनुसार नन्दन सिंह ने जगदीश चन्द्र के कार्य के लिए ग्राम बोली चापड में आने तथा जगदीश के गांव से निकलने की रैकी की और इसकी सूचना गीता के भाई गोविन्द सिंह व उसके परिजनों को दी। तब जाकर गीता के भाई गोविन्द व पिता जोगा सिंह ने जगदीश चन्द्र का 01 सितंबर को अपहरण कर लिया। अपहरण के पश्चात गीता की मां भावना ,भाई गोविन्द सिंह व नन्दन सिंह ओमनी वैन संख्या यूके 19 टीए 0389 में गीता की तलाश के लिए धारानौला अल्मोड़ा भी आये। इस बीच जोगा सिंह व नरेन्द्र सिंह ने जगदीश चंद्र को बन्धक बनाकर सैलापानी पुल के पास रखा था। उधर जब गीता के नहीं मिलने से वे लोग और रूष्ट हो गए और गीता के परिजनों ने नंदन सिंह के साथ मिलकर जगदीश चंद्र की हत्या कर दी। एसएसपी ने बताया कि इसके बाद गीता के पिता जोगा सिंह व मां भावना देवी जगदीश चंद्र के शव को ठिकाने लगाने के लिए ओमनी वैन संख्या यूके 19 टीए 0389 में ले जा रहे थे कि पुलिस टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया और मृतक जगदीश का शव बरामद कर लिया।

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