सीएनई रिपोर्टर
यूपी के मेरठ में एक ऐसी घटना घटी है, जिसके बाद से जहां आम जन हैरान हैं, वहीं पुलिस के आला अधिकारियों के भी होश फख्ता हो गये हैं। यहां सूदखोर से तंग आ चुका एक युवक जहर खाकर एसएसपी कार्यालय पहुंचा और अपनी आप बीती सुनाई। जिसके बाद उसे सरकारी अस्पताल भर्ती किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
हिमाचल प्रदेश : तोजिंग नदी में अचानक आई बाढ़, एक की मौत, इधर शिमला में भूस्खलन से कार क्षतिग्रस्त
दरअसल, इस युवक ने आज से 10 साल पहले सूदखोर से मात्र एक लाख रूपया कर्जा लिया था, जो ब्याज सहित बढकर दस लाख हो गया। जिसमें से उसने ढ़ाई लाख चुका भी दिये। इसके बावजूद सूदखोर ने न केवल उसका घर गिरवी रख लिया, बल्कि उसके व परिजनों के साथ ऐसी अभद्रता करी कि वह जान देने को मजबूर हो गया।
यह सनसनीखेज घटना गत दिवस मंगलवार को मेरठ के एसएसपी कार्यालय में घटित हुई है। कहानी यह है कि मेडिकल थाना क्षेत्र के सराय काजी के रहने वाले देवेंद्र सिंह ने अपने पड़ोसी से दस साल पहले एक लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। जो 10 सालों में ब्याज लगाकर 10 लाख कर दिये गये। सूदखोर ने उसका मकान भी गिरवी रख लिया है। सूदखोर, जो कि उसका पड़ोसी भी है, को वह ढाई लाख रुपये दे चुका था। इसके बावजूद वह लगातार अभद्रता करता रहा।
जम्मू-कश्मीर ब्रेकिंग : किश्तवाड़ में बादल फटने से 5 की मौत, कई लापता
जानकारी के अनुसार देवेंद्र गत दिवस मंगलवार दोपहर करीब 01 बजे एसएसपी कार्यालय आया था। पुलिसकर्मियों से उसने कहा कि ”मैंने जहर खा लिया है, मुझे अधिकारियों से बात करनी है।” यह सुनते ही एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव उसकी समस्या सुनने पहुंचे। इस दौरान उसे अस्पताल भर्ती करने में भी काफी देर हो गई। जिस कारण उसे बचाया नही जा सका। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
बताया जा रहा है कि देवेंद्र ने एसएसपी कार्यालय आने से पहले सल्फास खा लिया था, जिसका जहर बहुत खतरनाक होता है और धीरे—धीरे अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि जब पुलिस को यह पता चल गया था कि उसने जहर खाया तो उसे अस्पताल पहुंचाने में देरी क्यों की गई ? यह सभी सवाल खड़ा हो रहा है कि इतना सब हो जाने के बाद पुलिस सूदखोर के खिलाफ अब क्या कार्रवाई करने जा रही है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी रहे पुलिस कर्मियों के अनुसार जब वह एसएसपी कार्यालय में अपनी समस्या बता रहा था तो इस बीच उसके भाई के दो बार फोन भी आए। भाई ने उससे वापस घर लौटने की गुजारिश की, जिसे उसने ठुकरा दिया और एसएसपी कार्यालय में ही जमा रहा। इधर पुलिस के अनुसार सीसीटीवी देखने से पता चला है कि मृतक देवेंद्र के साथ एक युवक और आया था। वह कौन था, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वह कौन था, जिसने देवेंद्र को जहर खाने की सलाह दी थी। हालांकि एसएसपी का कहना है कि मृतक ने इससे पूर्व कोई शिकायती पत्र नही दिया था। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि पुलिस 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करेगी।
यूपी : बाराबंकी में डबल डेकर बस को ट्रक ने मारी टक्कर, दर्दनाक हादसे में 18 की मौत, कई घायल
पुलिस के मुताबिक देवेंद्र ने अपने पड़ोसी सूदखोर रिंकू व उसके भाई पिंटू की शिकायत की थी। इन दोनों पर उत्पीड़न के आरोप लगाये थे। इधर देवेंद्र की मौत के बाद उसके घर में मातम छाया हुआ है। वह अपने पीछे पत्नी राजवती, बेटे प्रियांशु, दिव्यांशु और बेटी मनीषा और साक्षी को रोता—बिलखता छोड़ गया है।
इधर आज मृतक का पोस्टमार्टम करा लाश परिजनों को सौंप दी गई। इस दौरान वहां मौजूद मृतक के भाई गंगाशरण ने बताया कि रिंकू और उसका भाई पिंटू बार—बार मकान खाली करने की धमकी देते थे। नहीं खाली करने पर परिवार को खत्म करने की धमकी भी दी। जिस कारण उसके भाई ने इतना बड़ा कदम उठा लिया। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈