वाह! ऐसी मेहनत कि एक साल में ही अथाह सेबों से लद गया बगीचा

👉 बागेश्वर के प्रगतिशील किसान का प्रेरक एवं सफल प्रयास👉 जिलाधिकारी अनुराधा पाल भी बगीचा देखने पहुंची गांव सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: तहसील के एक प्रगतिशील…

वाह! ऐसी मेहनत कि एक साल में ही अथाह सेबों से लद गया बगीचा

👉 बागेश्वर के प्रगतिशील किसान का प्रेरक एवं सफल प्रयास
👉 जिलाधिकारी अनुराधा पाल भी बगीचा देखने पहुंची गांव

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: तहसील के एक प्रगतिशील किसान ने मेहनत इतनी रंग लाई कि उसका बगीचा एक साल में ही सेबों से लद गया। उम्मीद से अधिक फलोत्पादन देख किसान व अन्य लोग तो गदगद हैं ही, वहीं जिलाधिकारी अनुराधा पाल भी बगीचा देखने गांव पहुंच गई, जहां उन्होंने सेब की तुड़ाई का शुभारंभ किया। उन्होंने किसान के प्रयास की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए आशा जताई कि इससे अन्य काश्तकार भी प्रेरित होंगे और ऐसा ही उत्पादन करके आत्मनिर्भर बनेंगे।

सेब का अत्यधिक उत्पादन करने वाले किसान सातरतबे क्षेत्र के गिवाई जमखितोला गांव के निवासी प्रगतिशील काश्तकार दरबान सिंह परिहार हैं। जिन्होंने एक साल पहले सेब का बगीजा तैयार किया। उन्होंने पांच नाली भूमि में गाला, रेडलम गाला व एम-9 प्रजाति के 250 सेब के पौधे रोपे। एक साल के भीतर ही सभी पेड़ लहलहा उठे। जो काश्तकार की कल्पना से भी बहुत अधिक है। सेब के साथ ही किसान बंदगोभी का भी उत्पादन कर रहे हैं। तराई की तर्ज पर एक साथ दो फसल तैयार कर रहे हैं। इससे किसानों की आय दोगुनी करने की परिकल्पना भी साकार हो रही है।

किसान की इस मेहनत को देखने के लिए जिलाधिकारी पाल पहुंची। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी को जनपद में सेब उत्पादन को और बढ़ावा देने के निर्देश दिए। अन्य किसानों को प्रगतिशील सेब उत्पादकों के बगीचों का भ्रमण कराने को कहा, ताकि वे भी सेब उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करने को प्रेरित हो सके। जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि परिहार ने प्रयोग के तौर पर गाला, रेडलम गाला व एम-9 प्रजाति के 250 सेब के पौध लगाए थे, जिनमें जबरदस्त उत्पादन हुआ है। बाजार में 150 से 180 तक सेब के दाम के हिसाब से काश्तकार को अधिक मुनाफा होगा।

बताया कि काश्तकार इसके अतिरिक्त 20 नाली में 533 सेब पौध लगाए हैं, जो 80 प्रतिशत राज्य सहायता के तहत उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि काश्तकार को सेब बगीचा के विस्तारीकरण के लिए विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 50 प्रतिशत अनुदान पर 500 सेब पौध उपलब्ध कराये जाएंगे। परिहार ने बताया कि उन्होंने मार्च, 2022 में नवाचार के तहत पांच नाली में 250 सेब पौध लगाए। प्रथम बार ही अपेक्षा से अधिक बडा फल आने से वह काफी प्रोत्साहित है। उन्होंने बकताया कि एक सेब लगभग 300 ग्राम से भी अधिक का है और एक पेड़ में 20 किलो के लगभग फल आया है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य 5000 सेब पौध का बगीचा तैयार करने का है। इस दौरान जिला उद्यान अधिकारी आर के सिंह, कुलदीप जोशी सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *