बड़ी ख़बर : कोरोना मरीजों के Life-saving के रूप में बहु प्रचारित ‘रेमडेसिवर’ को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किया Protocol list से बाहर

सीएनई रिपोर्टर आज कोरोना की दूसरी लहर के बीच भारत सहित विश्वि के अनेक देशों में कोरोना के उपचार के लिए रामबाण के रूप में…

सीएनई रिपोर्टर

आज कोरोना की दूसरी लहर के बीच भारत सहित विश्वि के अनेक देशों में कोरोना के उपचार के लिए रामबाण के रूप में देखे जा रहे रेमडेसिवर को लेकर एक बड़ी जानकारी मिली है। बताया जा रहा है विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अचानक इस इंजेक्श को कोरोना संक्रमितों के उपचार से जुड़े प्रोटोकॉल सूची से बाहर कर दिया है। यानी WHO का मानना है कि इस इंजेक्शन से कोरोना मरीजों के उपचार की बात सही नही है।

रोचक : यहां सरेआम बिकी Corona की जादुई ‘आयुर्वेदिक दवा’ ! दस हजार से अधिक की उमड़ पड़ी भीड़ और खत्म हो गया पूरा stock, रोकने के बजाए दवा पर Research करने में जुटा है सरकारी अमला….

आपको बता दें कि आज सिर्फ भारत ही नही बल्कि अमेरिका व कई अन्य देशों में रेमडेसिविर इंजेक्शन को कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए अति आवश्यक माना जा रहा है। यही कारण है कि इस महंगे इंजेक्शन की कालाबाजारी की ख़बरें भी सामने आयी थीं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक WHO ने इस इंजेक्शन को Corona patients के इलाज से जुड़ी सूची से Suspend कर दिया है। यानी संस्था ने Ramdesvir को अपनी प्री Qualification list से हटा दिया है। ज्ञात रहे कि इस निर्णय पर पहुंचने से पूर्व WHO ने कोविड मरीजों के इलाज के दौरान इसके इस्तेमाल को लेकर चेतावनी भी जारी की थी।

उत्तराखंड, अच्छी ख़बर : नए संक्रमितों की संख्या में आई गिरावट, मरने वालों की भी संख्या कम, 8 हजार 164 लोगों ने जीत ली कोरोना से जंग

इसके बावजूद भारत व दुनिया के कई अन्य देशें में आज भी मरीजों के उपचार के लिए रेमडेसिविर का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि भारत में भी कई चिकित्सक इस इंजेक्शन की क्षमता को लेकर सवाल उठा चुके हैं, जिनमें गंगा राम अस्पताल के डॉ. राणा भी शामिल हैं।

हालांकि इससे पूर्व यह दावा किया गया था कि Remedesiver पर दुनिया के कई देशों में Clinical trial हुए हैं। जिनमें पाया गया है कि इस दवा के इस्तेमाल से रोगियों के ठीक होने का समय 15 दिन से घटकर 11 दिन हो जाता है। यह दवा वायरस के जीनोम पर असर करती है जिससे उसके बढ़ने की क्षमता पर असर पड़ता है।

अब उत्तराखंड में भी Black fungus माहमारी घोषित, शासन ने जारी किये दिशा-निर्देश, अब तक हो चुकी हैं 05 मौतें

अलबत्ता दवा के कब और कैसे इस्तेमाल को लेकर आज भी संशय बना हुआ है। सही बात तो यह है कि कोरोना की दूसरी घातक लहर से जूझ रहा भारत आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के कहने भर से इस इंजेक्शन के इस्तेमाल पर फिलहाल रोक नही लगायेगा।

हमारे WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈

Breaking : अल्मोड़ा में आज शनिवार को मिले 127 नए संक्रमित

Uttarakhand : सोशल मीडिया पर चल रहा गंदा खेल ! Honey trapping से रहें सावधान, अंजान महिला से दोस्ती पड़ सकती है भारी

Delhi में अचानक रोक दिया गया 18 प्लस का टीकारण, बोले केजरीवाल खत्म हो गई केंद्र से भेजी डोज

उत्तराखंड : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां शुरू, इस Hospital में तैयार हुआ बच्चों के लिए 55 Oxygen bed hospital, 90 बेड बढ़ाने पर चल रहा काम

कोरोना की दूसरी लहर में 420 डॉक्टरों की मौत – IMA

बड़ी ख़बर : कोरोना मरीजों के Life-saving के रूप में बहु प्रचारित ‘रेमडेसिवर’ को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किया Protocol list से बाहर


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *