सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा व्यापार मंडल ने प्रशासन से त्योहारी सीजन में बाहरी व्यक्तियों को बाजार लगाने की अनुमति नहीं देने की मांग की है। ऐसा नहीं किये जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह व सचिव मयंक बिष्ट ने जारी संयुक्त बयान में कहा कि आगामी त्योहारों को देखते हुए बाहरी व्यक्तियों को बाजार नहीं लगाने देने का निर्णय लिया गया है। कोरोना काल से लगातार घाटे में चल रहे व्यापारियों को केवल इस त्योहारी सीजन में व्यवसाय कुछ होने की आशा है। यह उम्मीद हर व्यापारी और उससे जुड़ा हर परिवार कर रहा है। ऐसे में अगर बाहरी व्यक्तियों द्वारा शहर में कोई भी बाजार लगाने की कोशिश भी की गई, तो व्यापार मंडल और समस्त व्यापारी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर व्यापारियों को शासन—प्रशासन कोई मदद नहीं कर सकता, तो कम से कम उनकी रोजी—रोटी से न खेले। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में शासन—प्रशासन को पूरा सहयोग व्यापारी और व्यापार मंडल ने किया है, इसलिए शहर की फिज़ा न बिगड़े। व्यापार मंडल का आग्रह है कि शासन—प्रशासन ऐसे किसी को भी इजाजत न दे, जिससे पूरे जिले में एक विवाद खड़ा हो। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल इससे पहले भी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, राजस्व विभाग से बातचीत करके अपनी पीड़ा समझा चुका है। व्यापारी शहर की एक मजबूत कड़ी है, जो किसी भी तकलीफ, त्योहार और समाज के सुख—दु:ख के कार्य में अपना विशेष स्थान रखता है। व्यापारी का व्यापार खराब करने की अगर कोई भी कोशिश की गई, तो उसे भी अपनी ताकत दिखाने और रोड पर उतरने का पूरा हक है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में व्यापारी समाज के हित के लिए तीन—तीन महीने बाजार बंद कर सकते हैं तो अपने लिए कुछ दिन ही सही, पर गलत बर्दाश्त नहीं करेंगे। व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह ने व्यापारी वर्ग का भी आह्वान किया कि अब वे इन समस्याओं से निपटने के लिए कमर कस लें।