धूमधाम से मनाया गया विद्यालय का स्वर्ण जयंती समारोह
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि शिक्षा विकास की जननी है। वर्तमान में शिक्षा को स्वरोजगार से जोड़ने को आवश्यकता है। क्यों सरकारी नौकरी सीमित होते जा रही है, जबकि पढ़े—लिखे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता पर संतोष जताते हुए कहा कि यहां पढ़ रहे बच्चे अनुशासन में रहकर राष्ट्र निर्माण को आगे बढ़ रहे है।
श्री कोश्यारी विवेकानंद विद्या मंदिर मंडलसेरा के स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ नरेंद्र भंडारी ने कहा कि राज्य बनने के बाद शिक्षा संस्थानों में भी तेजी आई है। जिससे दूर दराज के ग्रामीण बच्चों को अध्ययन के अच्छे अवसर प्राप्त हो रहे है। उन्होंने शिक्षा के साथ साथ बच्चों कर चारित्रिक विकास पर भी जोर दिया।
विधायक पार्वती दास व दर्जा मंत्री शिव सिंह बिष्ट ने कहा शिक्षा विकास की जननी है। समाज के विकास के लिए प्रत्येक व्यक्ति का शिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने विवेकानंद विद्यालय के 50 वर्षो के स्वर्णिम काल की सराहना की। विद्यालय के प्रबंधक कुंदन परिहार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय के पचास वर्षों के संघर्षों के विस्तार से वर्णन किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अव्वल सिंह तोपाल ने विद्यालय के शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी देते हुए प्रगति आख्या प्रस्तुत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ नन्हे-मुन्हे बाल कलाकारों द्वारा माँ सरस्वती की वंदना से किया।
विधायक विधायक सुरेश गढ़िया सुरेश खेतवाल (नगर पालिका अध्यक्ष बागेश्वर) बसंती देव प्रशासक जिला पंचायत बागेश्वर), विद्यालय के अध्यक्ष उत्तम सिंह टाकुली, रमेश काण्डपाल, आशीष धपोला, तारा सिंह रावत बरिष्ठ व्यापारी राजेन्द्र परिहार रहे।
इस अवसर पर विद्यालय के पूर्व आचार्य/आचार्याओं एवं विद्यालय के मेधावियों के अभिभावकों का सम्मान किया गया। विद्यालय के भैया बहिनों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां पेश की गई। कार्यक्रम का संचालन दया शंकर नगरकोटी ने किया। इससे पूर्व श्री कोश्यारी ने विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य तारा सिंह रावत द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया।