उत्तराखंड : यहां भर-भराकर गिरा पहाड़, SSB के जवान ने भागकर बचाई जान

Uttarakhand News | यूं तो बारिश के मौसम में पहाड़ों का दरकना आम बात है, लेकिन पिछले कुछ समय से व्यवस्था की अनदेखी और अनियोजित…

उत्तराखंड : यहां भर-भराकर गिरा पहाड़, SSB के जवान ने भागकर बचाई जान

Uttarakhand News | यूं तो बारिश के मौसम में पहाड़ों का दरकना आम बात है, लेकिन पिछले कुछ समय से व्यवस्था की अनदेखी और अनियोजित विकास के चलते पहाड़ों के खिसकने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। बारिश के आगाज के साथ ही पहाड़ी इलाकों में कुदरत की मार देखने को मिल जाती है और फिर उस त्रासदी में आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। कभी-कभी तो पहाड़ खिसकने की ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं कि देखने वाले की रूह कांप जाए। ऐसी ही तस्वीरें उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से सामने आई हैं, जहां बुधवार को धारचूला से 16 किमी. दूर रोंगती पुल के पास पहाड़ खिसक गया। शेष पहाड़ी में दरार भी है। घटनास्थल डेंजर जोन बना हुआ है।

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जानकरी के अनुसार, टनकपुर तवाघाट एनएच में बुधवार सुबह 8:30 बजे करीब धारचूला से 16 किलोमीटर दूर रोंगती पुल के पास भारी भूस्खलन हो गया। यहां पहाड़ी से विशालकाय चट्टान टूटकर काली नदी में समा गई। इस दौरान धूल वातावरण में छा गई। वहां अफरा-तफरी के बीच लोगों ने भागकर जान बचाई। लोगों और एसएसबी जवानों की सतर्कता से बड़ा हादसा होने से टल गया। राजमार्ग बंद होने से दारमा व्यास चौदास के साथ की आदि कैलाश मोटर मार्ग बंद हो गया है, दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे है।

नीचे देखिए पूरा वीडियो —

भारत के रोंगती पुल के ठीक सामने काली नदी पार नेपाल का खाती गांव है। जिस स्थान पर चट्टान टूटी वहां पर मंगलवार को भी भारी भूस्खलन हुआ था। पहाड़ी गिरने का वीडियो बनाने वाले एसएसबी के जवान हेड कांस्टेबल रवि शंकर ने बताया कि विशालकाय बोल्डर टूटकर काली नदी के बीच में गिर गया। जिस स्थान पर चट्टान गिरी उससे कुछ मीटर नीचे झूलापुल था। यदि चट्टान कुछ नीचे गिरती तो झूलापुल क्षतिग्रस्त हो सकता था।

11वी वाहिनी एसएसबी डीडीहाट के एसी संदीप केशरी ने बताया की रोंगती पोस्ट में छह पुरुष और चार महिला जवान तैनात रहती है। फिलहाल कोई नुकसान की सूचना नही है। हिलवेज कंपनी के सीनियर मैनेजर त्रिलोक सिंह दानू ने बताया की रोंगती पुल के पास मंगलवार को सड़क बंद थी और बुधवार सुबह भी भारी भूस्खलन होने से सड़क बंद ही रही। बुधवार सुबह से ही दोबाट और रोंगती पुल के पास लगातार बोल्डर और मलबा गिर रहा है। जिसके कारण सड़क खोलने में दिक्कतें हो रही है। सड़क खुलने में अभी दो दिन का समय लगने की उम्मीद जताई जा रही है। धारचूला में मंगलवार रात 10 बजे से बुधवार सुबह तक रुक रुककर हो रही बारिश से लोग परेशान है। सड़क बंद होने से ग्रामीण धारचूला आने में चार से पांच किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर है। इस दौरान चीन तिब्बत को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई।

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