अल्मोड़ा। नृत्य सम्राट उदय शंकर की जयंती यहां फलसीमा स्थित सांस्कृतिक केंद्र उदय शंकर नृत्य एवं संगीत एकेडमी (Uday Shankar Music & Dance Academy) के मुख्य प्रेक्षागृह में समारोहपूर्व मनाई गई। इस मौके पर तमाम सांस्कृतिक कर्मियों ने दीप प्रज्जवित कर महान नृत्यकार उदयशंकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
रंगकर्मी व संस्कृति कर्मियों ने पं. उदय शंकर के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें याद किया। ज्ञात रहे कि इस एकेडेमी की स्थापना सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में नृत्य सम्राट उदय शंकर के 1938 से लेकर 1944 तक की सांस्कृतिक यात्रा की स्मृति में की गयी है। उदय शंकर ने अल्मोड़ा में इस दौरान दि उदय शंकर इंडिया कल्चर सेंटर, अल्मोड़ा की स्थापना की थी। साथ ही स्थानीय पातालदेवी और धार की तूनी के बीच में कल्चर सेंटर की स्थापना की थी। जिसमें उस जमाने के देश-विदेश के नामी-गिरामी कलाकारों ने नृत्य एवं संगीत का प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
इस मौके पर रंगकर्मी मन मोहन चौधरी ने दीप प्रज्जवलन कार्यक्रम में उपस्थित समस्त रंगकर्मियों व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उदय शंकर फोटोग्राफी ऐकेडमी, अल्मोड़ा के छायाकारों ने भी नृत्यकार उदय शंकर का स्मरण करके श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में एकेडमी से जुड़े रंगकर्मी तथा पूर्व सभासद युसुफ तिवारी (डब्बू), क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान, रंगकर्मी एवं छायाकार मन मोहन चौधरी सहित एकेडमी के कर्मचारी रमेश चन्द्र, हेमू नेगी, सूरज सिराड़ी, मदन सिंह बिष्ट, सुंदर लाल, विजय बिष्ट, ममता जीना सहित तमाम रंगकर्मी उपस्थित रहे।
नृत्य सम्राट उदय शंकर संक्षिप्त परिचय
👉 उदय शंकर का जन्म 08 दिसंबर 1900 को राजस्थान के उदयपुर में हुआ था।
👉 उनका अवसान 26 सितंबर 1977 को हुआ था।
👉 1962 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजे गये।
👉 1971 में उन्हें पद्म विभूषण सम्मान मिला।
👉 1938 में वह महानगर मुंबई को छोड़ अल्मोड़ा आ गए थे।
👉 उदय शंकर ने यहां धार की तुनि और पाताल देवी के बीच स्थित प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान को अपनी कर्मस्थली बनाया।
👉 तब इस स्थान पर उन्होंने उदय शंकर इंडिया कल्चर सेंटर स्थापित किया।
IAS Exam (आईएएस परीक्षा) में पूछे गये प्रश्न, दिमाग चकरा जायेगा