नई दिल्ली| लोकसभा में गुरुवार को उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में जंगली जानवरों, खासकर बाघ के हमलों का मामला उठा और वन मंत्रालय से इस संबंध में ठोस व्यवस्था करने का आग्रह किया गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीरथ सिंह रावत ने नियम 377 के तहत यह मामला उठाया और कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में आये दिन नागरिकों पर बाघ के हमले हो रहे हैं और इन घटनाओं में लगातार कई लोग मारे जा रहे हैं और घायल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा “राज्य में मानव पशु संघर्ष में 50 लागों की मौत हो चुकी है। सामान्य नागरिकों के साथ ही महिलाओं और बच्चों पर बाघों के हमले लगातार हो रहे हैं। गढ़वाल में पौड़ी तथा रुद्रप्रयाग में बाघ के हमले की पिछले दिनों कई घटनाएं हुई है।”
रावत ने सरकार से आग्रह किया है कि पहाड़ों में घूम रहे बाघों को पकड़ कर कहीं अन्यत्र ले जाया जाना चाहिए और लोगों को सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने वन मंत्रालय से बाघों को रखने के लिए ठोस नीति बनाने का आग्रह किया है।
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