सीएनई रिपोर्टर
भारत सहित दुनिया में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने के बावजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब तेजी से फैल रहे डेल्टा वेरिएंट को लेकर विश्व को आगाह किया है। संगठन ने साफ तौर पर कहा है कि हालात एक बार फिर बेकाबू हो सकते हैं, क्योंकि दुनिया के लगभग 100 देशों में कोरोना का नया रूप डेल्टा वेरिएंट पहुंच चुका है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनाम घेब्रेयियस ने बयान जारी कर कहा है कि यह समय जश्न मनाने का नही, बल्कि आने वाले महा संकट के लिए तैयार होने का है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि आज तक विश्व के अधिकांश देशों में वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा नही हो सका है। वायरस का यह नया परिष्कृत रूप उन लोगों पर हमला कर सकता है, जिन्होंने वैक्सीनेशन नही कराया है। उन्होंने कहा कि वायरस तेजी से अपना रूप बदल रहा है और खतरनाक होता जा रहा है। घेब्रेयियस ने चेतावनी दी है कि डेल्टा के तेजी से पांव पसारने से महामारी एक बार फिर अपना घातक रूप दिखा सकती है। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
शुक्रवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि कम वैक्सीनेशन वाले देशों के अस्पतालों में फिर से भयानक मंजर दिखने लगे हैं। प्रेस वार्ता में घेब्रेयियस ने कहा कि हम एक बार फिर खतरनाक दौर में आ चुके हैं, क्योंकि विश्व के लगभग 100 देशों में यह वायरस पहुंच गया है। कोई भी देश अगर अपने को महफूज समझ रहा है तो यह उसकी बड़ी भूल होगी। कोविड 19 की तरह ही डेल्टा वेरिएंट बहुत खतरनाक है और यह बहुत तेज गति से म्यूटेट हो रहा है। इस पर निरंतर नजर बनाए रखने की सख्त जरूरत है।
Uttarakhand Corona Update : देहरादून में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, आज मिले 158 नए मामले
हालांकि उन्होंने कहा कि अस्पतालों में व्यवस्थाएं चाक—चौबंद रखने और क्षत—प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूर्ण कर देश इससे बच भी सकते हैं। ज्ञात रहे कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट बता रही है कि 29 जून 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक 96 देशों में डेल्टा वेरिएंट के मामले पाए गए हैं। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा प्लस को लेकर जो चेतावनी दी है उसको लेकर बड़ा सवाल यह है कि क्या वाकई में यह वायरस पूर्व के वायरस से ज्यादा खतरनाक है ? इस पर अधिकांश चिकित्सा वैज्ञानियों का यही कथन है कि ऐसा निश्चित तौर पर नही कहा जा सकता, क्योंकि वायरस का यह परिष्कृत रूप भी कोविड वैक्सीनेशन को पूरी तरह से भेद पाने में वर्तमान में असमर्थ है। यानी यदि वैक्सीनेशन हो चुका है तो यह वायरस भले ही हमला कर दे, लेकिन जान नही ले पायेगा।
बड़ी खबर : रविवार को होगा शपथ ग्रहण समारोह, खटीमा में भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल
फिर इस वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन इतना चिंतित क्यों है ? इसका भी जवाब वैज्ञानिक देते हैं, उनका कहना है कि हर वह वायरस खतरनाक है, जो पूरे विश्व में एक साथ फैल सकता है। तमाम सावधानियों के बाद वायरस ने खुद को शक्तिशाली बनाया है। जिसका अर्थ यह है कि चिकित्सा वैज्ञानिकों के साथ वायरस जंग लड़ रहा है।
कोरोना की तीसरी लहर जरूरी नही कि डेल्टा प्लस ही लाये। अब यह भी साफ हो चुका है कि डेल्टा प्लस भी खुद को म्यूटेट कर रहा है तो बहुत सम्भव है कि इससे भी अधिक वायरस का कोई खतरनाक रूप भविष्य में मिल सकता है। यही कारण है कि बार—बार विश्व स्वास्थ्य संगठन पूरे विश्व को लगातार चेतावनी जारी कर रहा है। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
खटीमा में भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल, पुष्कर की मां ने कहा आज ”मैं बहुत खुश हूं”
अन्य खबरें
अल्मोड़ा : महिला ने घर पर ही जहर खाकर दे दी जान
बिग ब्रेकिंग, उत्तराखंड : सभी अटकलों पर लगा विराम, पुष्कर सिंह धामी बने उत्तराखंड के नए सीएम