सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि वह कई महीनों से जनहित में सड़कों की दुर्दशा के खिलाफ संघर्ष करते आ रहे हैं। जिसमेंं जनता और समर्थकों का पूरा सहयोग मिला। यही सहयोग और संघर्ष रंग लाया है कि आज सड़कों में सुधार के कार्य शुरू हो चुके हैं। जो जनता और सहयोगियों के संघर्ष के जीत है। उन्होंने विभागों को आगाह किया है कि सड़कों के कार्य की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने बताया कि उनके द्वारा क्वारब-अल्मोड़ा, अल्मोड़ा-कोसी-रानीखेत, अल्मोड़ा-घाट, अल्मोड़ा-शेराघाट और अल्मोड़ा की आन्तरिक सडकों रानीधारा रोड, अल्मोड़ा-कसारदेवी-कपड़खान रोड, एलआर साह रोड, अल्मोड़ा—शैल रोड, जीजीआईसी एवं गैस गोदाम लिंक रोड आदि समेत अल्मोड़ा जनपद में राष्ट्रीय राजमार्ग एव लोक निर्माण विभाग के अधीन सभी सड़कों का सुधारीकरण का कार्य करने, गड्ढे पाटने, बन्द नालियां व कलमठ खोलने के लिए उन्होंने कई बार ज्ञापन प्रेषित किये। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने के बाद उन्हें सहयोगियों व स्थानीय नागरिकों को साथ लेकर मजबूर होकर गत 24 अगस्त को एनटीडी चौराहा अल्मोड़ा पर चक्काजाम करना पड़ा। इस पर गिरफ्तारी हुई और मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अच्छे दिनों की बात करते हैं, लेकिन वर्तमान सरकार जनहित के मुद्दे उठाने पर गिरफ्तार करती है तथा मुकदमे दर्ज करने में नहीं हिचक रही।
श्री कर्नाटक ने बताया कि उक्त चक्काजाम के दौरान विभाग व सरकार को 15 दिनों का समय देते हुये सड़कों की मरम्मत एवं सुधारीकरण की कार्यवाही नहीं होने की दशा में आमरण—अनशन की चेतावनी दी गई थी। तब प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि आंदोलन के फलस्वरूप आज अधिकांश सड़कों के गड्ढे भरे जा चुके हैं और नालियों व कलमठ के कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि एनएच व लोनिवि द्वारा अल्मोड़ा के आसपास की सड़कों पर डामरीकरण का कार्य शुरू कर दिया है। श्री कर्नाटक ने इसे जनता और समर्थकों के सहयोग से यह सब हो पा रहा है। जो सहयोगियों और जनता की जीत है। उन्होंने रानीधारा मार्ग में अभी तक कार्य शुरू नहीं होने को चिन्तनीय बताया है। इस पर पालिका अध्यक्ष से तत्काल कार्यवाही का अनुरोध किया है, लेकिन पालिका ने धनाभाव की परेशानी बताई है। श्री कर्नाटक ने कहा कि यदि रानीधारा मार्ग का कार्य एक माह के भीतर कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ, तो उन्हें मजबूरन लड़ाई लड़नी होगी।
उन्होंने ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार कुंभकर्णी नींद में सोई थी और वह आंदोलनों से जागी, तब जाकर सड़कों की सुध ली गई। जबकि यह कार्य सरकार को स्वयं ही कर देने चाहिए थे। भले ही इसके गिरफ्तारी देनी पड़ी और मुकदमे झेलने पड़े। श्री कर्नाटक ने इसे आम जनता की जीत बताते हुए कहा कि सड़कों के कार्य की गुणवत्ता पर विभागों को विशेष ध्यान देना चाहिए, अन्यथा एक और लडाई के लिये उन्हेंं तैयारी करनी होगी।
अल्मोड़ा : सड़कों के लिए संघर्ष लाया रंग, काम शुरू, जनता की जीत—बिट्टू कर्नाटक
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाएनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि वह कई महीनों से जनहित में सड़कों की दुर्दशा के खिलाफ संघर्ष करते…