गर्मी अभी चढ़ी नहीं, लेकिन पहले ही खड़ा हो गया जल संकट

— सब्जी उत्पादन बंद और मवेशियों की प्यास बुझाना ग्रामीणों के लिए मुसीबत सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कपकोट विधानसभा के बास्ती गांव में गर्मी से पहले…

नगर व गांवों में एक बार फिर पेयजल का संकट

— सब्जी उत्पादन बंद और मवेशियों की प्यास बुझाना ग्रामीणों के लिए मुसीबत

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कपकोट विधानसभा के बास्ती गांव में गर्मी से पहले ही पानी का संकट गहराने लगा है। यहां नौ स्रोतों में से छह स्रोतों में पानी बहुत कम हो गया है। एक डिब्बे को भरने में घंटों लग रहे हैं। पानी की कमी के कारण लोगों ने सब्जी उत्पादन बंद कर दिया है। मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए भी ग्रामीणों को खासी परेशानी हो रही है।

ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष व बास्ती के ग्राम प्रधान केदार महर ने बताया कि बास्ती में पेयजल स्रोतों में पानी कम होने के कारण लोगों को पानी की भारी समस्या हो रही है। हर साल पानी कम होते जा रहा है जिससे कई लोगों ने पशुओं को पालना और सब्जी उत्पादन करना भी बंद कर दिया है। अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुई, परंतु पहले ही पानी सूखने लग गया है। पानी के अभाव में विकास कार्य भी नहीं हो रहे हैं। गांव में इन दिनों जल जीवन मिशन के फेस टू का कार्य भी जारी है, परन्तु स्रोतों में पानी का अभाव होने से इस योजना में होने वाले सीमेंट कार्य नहीं हो पा रहे है। पिछले साल पानी का उतना अभाव नहीं था, परन्तु इस स्रोत गर्मियों से पहले ही सूख चुके हैं। मिनी पंपिंग योजना बनने से लोग आने वाले समय पर सब्जी उत्पादन, पशुपालन जैसे कार्य भी कर पाएंगे और पलायन भी रुकेगा। महरा ने बताया कि परिवार तो बास्ती और द्वारी में 134 परिवार हैं। बास्ती में तीन स्रोत हैं और द्वारी में छह स्रोत हैं। छह स्रोतों में इस समय पानी बहुत कम हो गया है।

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