देहरादून। क्लेमंटाउन के सैन्य क्षेत्र में एक अजगर शिकार करने के बाद एक जिली के पाल पर जा चढ़ा। गनीमत यह रही कि पोल पर करंट नहीं था। जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे पोल पर चढ़ा देखा तो वन विभाग की रेस्क्यू टीम को सूचना दी गई। रेस्क्यू टीम ने इस विशालकाय अजगर को पकड़ कर नीचे उतारा और जंगल में सुरक्षित रेस्क्यू किया।
देखिए देहरादून में बिजली के पोल पर चढ़ा अजगर कैसे किया रेस्क्यू
आज लगभग नौ बजे वायु सेना के सुरक्षाकर्मियों ने एक विशाल अजगर को एक तकरीबन बीस फीट ऊंचे पोल पर चढ़ा देखा तो आपात 108 को फोन किया। लेकिन यह नंबर स्वास्थ्य विभाग की आपात एंबुलैंस का था। उन्हें समझते देर नहीं लगी कि वायु सेना के जवानों ने जल्दीबाजी में 108 कॉल कर दिया है। यहां से यह सूचना वन विभाग की रेस्क्यू टीम को दी गई। कुछ ही देर में रेस्क्यू प्रभारी रवि जोशी, जितेंद्र बिष्ट और मौके पर पहुंच गए। लेकिन समस्या यह थी कि पोल पर चढ़ कर इस अजगर को कैसे दबोचा जाए। अंतत: एक बड़ी सीढ़ी मंगाई गई जिसके सहारे रवि जोशी पोल पर चढ़े और अजगर को मुंह की ओर से पकड़ लिया। कुछ ही देर में अजगर ने अपने पूंछ वाले हिस्से से उनके गर्दन के ईद गिर्द लपेटना शुरू कर दिया। लेकिन प्रशिक्षत जोशी ने तत्काल स्वयं को उसकी गिरफ्त से मुक्त कराया और उसे लेकर सीढ़ी से नीचे उतर आए।
अजगर की लंबाई साढ़े दस फीट मापी गई। जोशी के अनुसार शिकार करने के बाद अजगर काफी देर तक शांत जगहों पर आराम करते हैं। लेकिन इस जगह पर साफ सफाई होने के कारण उसके कोई ऐसा स्थान नहीं मिला जहां पर वह आराम से बैठ सके। संभवत: इसी वजह से वह पोल पर चढ़ कर उसकी चोटी पर जा बैठा था। फिलहाल अजगर को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।