⏭️ टनकपुर-बागेश्वर रेल निर्माण संघर्ष समिति ने किया प्रदर्शन
⏭️ रेल लाइन को महज चुनावी मुद्दा बनाने का आरोप
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः टनकपुर-बागेश्वर रेलमार्ग का निर्माण नहीं होने से लोगों में आक्रोश बरकरार है। टनकपुर-बागेश्वर रेल निर्माण संघर्ष समिति ने रविवार को प्रदर्शन किया और कहा कि वर्ष 2006 से अब तक 06 बार मार्ग का सर्वे हो चुका है, लेकिन बजट आवंटन की आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
रविवार को समिति अध्यक्ष नीमा दफौटी के नेतृत्व में लोग तहसील परिसर पर एकत्र हुए। नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। कहा कि गत वर्ष विधानसभा चुनाव के प्रचार में हल्द्वानी आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण की सहमति दी थी। उसके बाद 29 करोड़ रुपये सर्वे के लिए धन आवंटित किया, लेकिन सर्वे कब तक पूरी होगी। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। बीते दिनों पुनः प्रधानमंत्री ने रेल लाइन निर्माण का जिक्र किया। इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हामी भर चुके हैं, लेकिन इसके लिए बजट को लेकर कोई चर्चा नहीं है। उन्होंने कहा कि रेल लाइन को महज चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है। सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
आरोप लगाया कि सर्वे के नाम पर आंदोलन को भी उलझाया जा रहा है। रेल मार्ग बनने से चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा के गांवों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र बजट नहीं मिला तो उग्र आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस मौके पर हयात सिंह मेहता, बंशीधर जोशी, महेश चंद्र, महेंद्र सिंह, ललिता, तायरा बानू, नीमा पांडे, पूनम, मुन्नी, हेमलता, पार्वती, हेमलता, डा. प्रताप सिंह गढ़िया आदि उपस्थित थे।