सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एसटीएफ तथा अल्मोड़ा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा गत सोमवार को अल्मोड़ा जेल में चलाए गए सर्च आपरेशन से बड़ा खुलासा हुआ और रंगदारी वसूलने की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। यह मामला सुर्खियों में है। आज शासन ने मामले पर गंभीरता से संज्ञान लिया। इसकी गाज आज जेल के प्रभारी अधीक्षक समेत चार लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि एसटीएफ एवं अल्मोड़ा पुलिस की साझा टीम ने शातिर अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने के उद्देश्य से गत सोमवार को अल्मोड़ा जिला कारागार में सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस आपरेशन में कारागार में निरुद्ध कैदियों के पास से 1.30 लाख की नगदी, चरस, 03 मोबाइल फोन व सिम बरामद हुई थी। इस कार्यवाही का संज्ञान लेते हुए पुष्पक ज्योति महानिरीक्षक कारागार द्वारा जेल के प्रभारी अधीक्षक संजीव कुमार ह्यांकी, प्रधान बंदी रक्षक शंकर राम आर्य, बंदी रक्षक प्रदीप व राहुल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इस जेल से हरिद्वार के एक व्यवसायी की हत्या या रंगदारी वसूले जाने की साजिश रची जा रही थी। पड़ताल से स्पष्ट हुआ कि कि अल्मोड़ा जेल में बंद हरिद्वार निवासी अब्दुल कलीम इसका मास्टर माइंड है। इसके बाद मामले में दो शार्प शूटरों समेत हरिद्वार से चार लोग गिरफ्तार किए गए। इस पूरे प्रकरण में जेल प्रशासन पर भूमिका पर सवालिया निशान लगने लगे।