HomeUttarakhandBageshwarअपनी रचनात्मक एवं विश्लेषणात्मक शक्तियों को समृद्ध करे विद्यार्थी: शिव सिंह बिष्ट

अपनी रचनात्मक एवं विश्लेषणात्मक शक्तियों को समृद्ध करे विद्यार्थी: शिव सिंह बिष्ट

✍️ बागेश्वर के डायट में राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का रंगारंग आगाज
✍️ कृत्रिम बुद्धिमता के महत्व व सरोकारों पर चल रहा गहन मं​थन

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: ‘कृत्रिम बुद्धिमता-संभाव्यता और सरोकार’ विषयक राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का आज यहां रंगारंग आगाज हुआ। यह संगोष्ठी राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के निर्देशन में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, बागेश्वर में चल रही है। जिसका उ‌द्‌घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अनुश्रवण के उपाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक कमल पाण्डे, आकाश सारस्वत, डायट के प्राचार्य डा. मनोज कुमार पांडेय व सीईओ गजेन्द्र सिंह सौन ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि दर्जा राज्यमंत्री शिव सिंह बिष्ट ने उद्घाटन मौके पर कहा कि आने वाला भविष्य कृत्रिम बुद्धिमता का है, जिसके सकारात्मक उपयोग से विद्यार्थी अपनी रचनात्मक एवं विश्लेषणात्मक शक्तियों को स‌मृद्ध कर सकते हैं।

अपर निदेशक एससीईआरटी के प्रतिनिधि के रुप में आकाश सारस्वत ने राज्य भर से आये हुए बाल वैज्ञानिकों को निरन्तर प्रयास करने एवं अच्छी आदतों के विकास के लिए प्रेरित किया। मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेन्द्र सिहं सौन एवं डायट प्राचार्य डा. मनोज कुमार पाण्डे ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। राज्य विज्ञान समन्वयक डॉ. देवराज सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस आयोजन में राज्य भर के 13 जनपदों से 26 प्रतिभागियो द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। जिसमे प्रत्येक प्रतिभागी द्वारा 6 मिनट का प्रस्तुतीकरण एवं 02 मिनट प्रश्नोत्तर सत्र में प्रतिभाग किया जायेगा। राज्य स्तर से प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागी द्वारा मुंबई में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जायेगा। राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पाने वाले प्रतिभागी को एक साल तक प्रतिमाह 4000 रुपये की धनराशि प्रदान की जायेगी।

जिला विज्ञान समन्वयक दीप चन्द्र जोशी ने बताया कि प्रतिभागियों द्वारा अधिकतम 05 स्लाइड अथवा पोस्टर का उपयोग किया जायेगा। राज्य स्तरीय संगोष्ठी में जनपद के निकटतम विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं डीएलएड प्रशिक्षु दर्शक के रूप में संस्थान की शोभा बढ़ायेंगे। इस अवसर पर निर्णायक के रूप में डॉ. दीपक कुमार, डॉ. रेखा वर्थवाल एवं सहायक प्रोफेसर डाॅ. हेमलता बिष्ट ने मूल्यांकन कार्य किया। इस अवसर पर डॉ. केएम रावत, डॉ. बीडी पाण्डे, डॉ. संदीप कुमार जोशी, डॉ. चन्द्रमोहन जोशी, डा. हरीश चन्द्र जोशी, पूजा लोहुमी, डा. उर्मिला विष्ट, केपी चन्दोला, नीरज जोशी, डॉ. दीपक कुमार, अतुल लोहुमी, मोहन साह समेत जनपदों से सभी विद्यार्थियों के गाइड शिक्षक एवं डीएलएड प्रशिक्षु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डायट प्रवक्ता डाॅ. राजीव जोशी द्वारा किया गया।

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