सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति के बैनर तले प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर गल्ला विक्रेताओं की चल रही हड़ताल आज भी जारी रही। हड़ताल के चलते विगत आठ रोज से राशन वितरण का कार्य ठप पड़ है, जिससे उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मनोज वर्मा ने संगठन के सभी सदस्यों का आभार जताते हुए कहा कि वह इस संघर्ष में अंतिम समय तक साथ दें। उन्होंने चेतावनी दी कि जो विक्रेता संगठन के नियमों के विपरीत कार्य कर रहे हैं, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि कुछ सहायक खाद्य निरीक्षकों द्वारा विक्रेताओं पर अनुचित दबाव डालकर खाद्यान्न उठाने के लिए बाध्य किया जा रहा है। बिना चालान के ठेकेदारों की गाड़ियों को दुकान—दुकान से घुमाकर खाद्यान्न उठाने को कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अधिकारी—कर्मचारी विक्रेताओं का उत्पीड़न करेगा तो उन्हें मजबूर होकर खाद्यान्न निरीक्षक के खिलाफ आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह बड़ा खेद का विषय है कि हड़ताल के आठ रोज बीतने के बाजवूद शासन के कानों में जूं नही रेंग रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सभी लंबित मांगे पूरी नही हुई तो सभा, जुलूस, तालाबंदी जैसी उग्र आंदोलनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी। तय हुआ कि जल्द ही एक बैठक बुलाकार आंदोलन की अगली रणनीति तय की जायेगी। इधर समिति के संयोजक अभय साह ने प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों से संपर्क शुरू कर दिया है। ताकि बैठक की अगली तिथि व आंदोलन की नवीन रूपरेखा तय हो पाये।