— सरकार पर उपेक्षा का आरोप, गांधी पार्क में धरना देकर उठाए मुद्दे
— बोले, विधायकों की पेंशन कई गुना बढ़ी और राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानजनक पेंशन भी नहीं
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: सरकार के उपेक्षात्मक रुख से बेहद नाखुश राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों एवं जन मुद्दों को लेकर प्रखरता से आवाज उठा दी है। आज उन्होंने एकजुट होकर गांधी पार्क अल्मोड़ा में धरना दिया और सभा कर सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य आंदोलनकारियों के प्रति सरकार का रवैया ठीक नहीं है। इसी उपेक्षा का धरने के जरिये विरोध किया गया। मुद्दों को प्रमुखता से उठाने के लिए आज से उन्होंने तीन दिवसीय रथयात्रा का आगाज जिला मुख्यालय से किया। रथयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
आज यहां उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क से तीन दिवसीय रथयात्रा शुरू की। इससे पहले गांधी पार्क में एकजुट होकर राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार के उपेक्षात्मक रुख एवं राज्य आंदोलनकारियों की मांगों पर हीलाहवाली के खिलाफ धरना दिया। इस दौरान राज्य आंदोलनकारी ब्रहृमानंद डालाकोटी, एडवोकेट महेश परिहार एवं शिवराज बनौला समेत अन्य आंदोलनकारियों ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के मामले में सरकार का रवैया ठीक नहीं है। पर्वतीय क्षेत्र के लिए भी सरकार का रवैया गड़बड़ प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के उपरांत एक तरफ विधायकों के वेतन में कई गुना इजाफा हो चुका है, वहीं दूसरी ओर राज्य आंदोलनकारी सरकार की बेरुखी से सम्मानजनक पेंशन के लिए तरस गए हैं। उन्हें सम्मानजनक पेंशन मिलना तो दूर, चिह्नीकरण से छूटे राज्य आंदोलनकारियों की तक सुध नहीं ली जा रही है और राज्य आंदोलनकारियों के आश्रित दर—दर भटकने को मजबूर हैं।
वक्ताओं ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में आम जनता बंदर, सुअर व आवारा जानवरों के आतंक से आजिज आ चुके हैं। दूसरी ओर शिक्षा व स्वास्थ जैसी मूलभूत जरूरत के इंतजाम बदहाल चल रहे हैं। सरकारी नौकरियों के दरवाजे आम युवाओं के लिए बंद से हो गए हैं। इसके अलावा विकास योजनाओं के धन में निरंतर कटौती हो रही है और राज्य में छोटे—छोटे कार्यों में राजनैतिक हस्तक्षेप बढ़ गया है। सरकार की ऐसी नीति से विकास में भारी असंतुलन पैदा हो गया है, जिससे पलायन बढ़ा है। इसी का परिणाम यह है कि पहाड़ के गांव जनशून्यता की ओर बढ़ रहे हैं। इन्हीं मुद्दों को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने आज से रथयात्रा शुरू की है। हरी झंडी दिखाकर इस रथयात्रा को रवाना किया गया। धरना व रथयात्रा के शुभारंभ मौके पर वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी ब्रह्मानंद डालाकोटी, एडवोकेट महेश परिहार, शिवराज बनौला, दौलत सिंह बगडवाल, देवनाथ, खड़क सिंह मेहता, मोहन सिंह भैसोड़ा, हेम जोशी, दिनेश शर्मा, बहादुर राम, लछम सिंह, गोपाल सिंह बनौला, कुन्दन सिंह, कृष्णानंद पाण्डेय, तारा भट्ट, सुन्दर राम, कैलाश राम, तारा राम, तारा दत्त तिवारी, बसंत बल्लभ जोशी, विशम्भर दत्त पेटशाली, डुंगर सिंह रावत, रघुनन्दन पपनै, पूरन सिंह बनौला, सुन्दर सिंह, तारा देवी आदि कई राज्य आंदोलनकारी शामिल रहे।