रामनगर ब्रेकिंग : एसटीएच के बाथरूम में मृत मिले कोरोना पीड़ित के बेटे ने दी कोतवाली में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ तहरीर, बोला- नग्न अवस्था में मिला था शव, पैरों पर थे चोटों के निशान

हल्द्वानी। रामनगर के गुल्लरघट्टी निवासी कोरोना संक्रमित वयक्ति की कोरोना स्पेशल सुशीला तिवारी चिकित्सालय के बाथरूम में लाश मिलने के मामले में मृतक के बेटे…

हल्द्वानी। रामनगर के गुल्लरघट्टी निवासी कोरोना संक्रमित वयक्ति की कोरोना स्पेशल सुशीला तिवारी चिकित्सालय के बाथरूम में लाश मिलने के मामले में मृतक के बेटे ने रामनगर कोतवाली में अस्पताल प्रशासन केि खिलाफ तहरीर सौंपी है।
तहरीर में उसने सरफराज अहमद नामक इस युवक ने लिखा है कि एक अगस्त को वह अपने पिता रईस अहमद को तबीयत खराब होने पर कार में बिठा कर सुशीला तिवारी की इमरजेंसी में लाया था। जहां जांच पड़ताल के बाद चिकित्सकों ने उन्हें भर्ती कर लिया। इसके बाद उसे चिकित्सालय में नहीं जाने दिया गया। और न ही उसे यह बताया गया कि उसके पिता की हालत अब कैसी है या फिर जांच रिपोर्ट कैसी आई है। वह चिकित्सालय के बाहर अपनी कार में ही बैठा रहता था। पांच अगस्त की सुबह दस बजे उसे बतायाय गया कि उसके पिता अचानक अपने बेड से लापता हो गये हैं। इसके बाद वह पूरा दिन अपने पिता को अस्पताल के आसपास ढूंढता रहा। आखिर रात 10 बजे उसने मेडिकल चौकी पहुंच कर अपने पिता के एसटीएच से लापता हो जाने की रिपोर्ट दी। अगले दिन वह मेडिकल पुलिस चौकी के एक जवान के साथ अपने पिता की तलाश करने के लिए चिकित्सालय पहुंचा। उसे चिकित्सालय की ओर से कोई भी कर्मचारी नहीं दिया गया। वह और पुलिसकर्मी स्वयं ही अस्पताल में जगह जगह रईस अहमद को ढूंढते रहे। काफी तलाश करने के बाद अस्पताल के एक शौचालय में उसे अपने पिता का शव मिला। उदसके अनुसार उनके बदन पर कोई कपड़ा नहीं था। नाक से खून निकल रहा था और पैरों पर चोटों के निशान थे। इसके बाद पुलिस ने पंचनामा करवा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और रात को रईस अहमद का शव उसे सौंप दिया गया।
सरफराज ने पुलिस से शंका जताई है कि उसके पिता के साथ अज्ञात लोगों ने मारपीट की है। इसलिए उसकी प्राथमिकी दर्ज करके मामले की जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रावाई की गई।

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