सीएनई रिपोर्टर
उत्तराखंड में कोरोना के लगातार गिरते मामलों को लेकर जहां अब शासन द्वारा मानकों में लगातार ढील देकर अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, वहीं पहाड़ों में फिर से लॉकडाउन लगने के आसार दिखने लगे हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण यहां आम जनता द्वारा बरती जा रही लापरवाही है। जनता ही नही उत्तराखंड सरकार की हीलाहवाली का खामियाजा भी जनता को भुगतना पड़ सकता है। गृह मंत्रालय ने पर्वतीय जनपदों में पर्यटकों की उमड़ रही भीड़ का संज्ञान लेते हुए दोबारा लॉकडाउन के संकेत जारी कर दिये हैं। जिसे आम जनता व सरकार दोनों को चेतावनी समझना चाहिए।
ज्ञात रहे कि कोविड नियमों की सख्त पाबंदियों में अब ढील दी जा रही है। जिसका सबसे अहम कारण यह बताया जा रहा है कि प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से गिर रही है। यह तो प्राथमिक कारण है, इससे बड़ा कारण इस ढील का यह भी है कि प्रदेश सरकार उत्तराखंड को अब आर्थिक संकट से भी बाहर निकालना चाहती है। कोविड कर्फ्यू ने यहां कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है और आर्थिक हालात निम्न पायदान पर पहुंच चुके हैं।
इन परिस्थितियों में सरकार के पास मात्र दो विकल्प हैं। पहला सभी पाबंदियां हटा जल्द से जल्द सब कुछ अनलॉक किया जाये। दूसरा पर्यटकों की आवाजाही मैदानी व पहाड़ी जनपदों में बढ़ाई जाये, जिससे आमदनी बढ़े। बावजूद इसके, केंद्र की नजर सब गतिविधियों में टिक गई है। केंद्र को संदेह है कि यदि हालात यही रहे तो कोरोना की तीसरी लहर आने में देर नही लगेगी।
गृह सचिव ने जारी किया पत्र
जिसे देखते हुए गृह मंत्रलाय ने न मानने वाले क्षेत्रों में फिर से लॉकडाउन लगाने तक का संकेत दे दिया है। गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्य सरकारों को पत्र जारी कर पाबंदियां लगाने के लिए कहा है। पत्र में कहा गया है कि जिन स्थानों पर कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, वहां फिर से लॉकडाउन लगा दिया जाए। पत्र में पहाड़ों पर पर्यटकों की भीड़ का भी जिक्र किया गया है।
पहाड़ों में सोशल डिस्टेंशिंग की अनदेखी : गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय की ओर से मुख्य सचिवों के नाम लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि देश के कई हिस्सों में कोरोना नियमों का उल्लंघन देखा जा रहा है। खासकर सार्वजनिक परिवहन और पहाड़ी क्षेत्रों में। बाजारों में भी भीड़ उमड़ रही है और सोशल डिस्टेंशिंग जैसे नियमों की अनदेखी हो रही है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। कोरोना के कई वैरिएंट अभी भी सक्रिय हैं, ऐसे में लोग बिना कोरोना नियमों का पालन किए हुए बाहर निकल रहे हैं, जो चिंता का विषय है। अलबत्ता यदि उत्तराखंड सरकार ने भीड़ नियंत्रण के प्रयास नही किये तो बहुत सम्भव है कि गृह मंत्रालय पर्यटक स्थलों वाले जनपदों में कभी भी लॉकडाउन लगाने का आदेश जारी कर सकता है।