⏩ चीन, पाकिस्तान से हुए युद्ध में शामिल होने वाले रिटायर्ड सूबेदार चंदन सिंह पवार के हैं पौत्र
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
Sachendra singh pawar becomes lieutenant in Indian Army
अल्मोड़ा के सचेंद्र सिंह पवार IMA Dehradun से सेना का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के बन गए हैं। उनकी इस उपलब्धि पर नगर में हर्ष का माहौल है और तमाम गणमान्य लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
नगर क्षेत्र के मकेड़ी निवासी सचेंद्र के पिता यशवंत सिंह पवार यहां एक बीमा कंपनी बजाज अलियांज़ में प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं, जबकी उनकी माता दीपा पवार गृहणी हैं।उल्लेखनीय है कि सचेंद्र एक सैन्य परिवार से संबंध रखते हैं। उनके दादाजी रिटायर्ड सूबेदार चंदन सिंह पवार भारतीय सेना में साल 1956 में कुमाऊं रेजिमेंट की फोर कुमाऊं बटालियन में भर्ती हुए। उनके द्वारा 28 वर्ष तक भारतीय सेना में सूबेदार रैंक तक की सेवा दी। उन्होंने वर्ष 1959 में शांति वार्ता के लिए गाजा विदेश यात्रा की। 1961 में गोवा ऑपरेशन, वर्ष 1962 में चाइना ऑपरेशन, वर्ष 1965 में पश्चिमी पाकिस्तान से लड़ाई व वर्ष 1971 में पूर्वी पाकिस्तान से हुए युद्ध में प्रतिभाग किया है। उन्हें भारत के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी जी द्वारा राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित भी किया गया है।
इधर व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष सुशील साह सहित तमाम गणमान्य जनों ने सचेंद्र के सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर हर्ष जताते हुए उनके परिजनों को शुभकामनाएं दी है। सुशील साह ने जारी बयान में कहा कि यशवंत पवार ‘बिन्नी दा’ के पुत्र सचेंद्र पवार के भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर व्यापार मंडल अल्मोड़ा और हिन्दू सेवा समिति की ओर से उन्हें सपरिवार शुभकामनाएं हैं। उन्होंने पूरे जिले व नगर का मान—सम्मान बढ़ाया है। सचेंद्र सिंह पवार ने CDS की परीक्षा उत्तीर्ण कर IMA देहरादून से सेना का प्रशिक्षण प्राप्त किया और अब लेफ्टिनेंट बन भारतीय सेना में शामिल हुए हैं। इधर सचेंद्र ने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादाजी, माता—पिता, परिवार व गुरुजनों को दिया गया है।
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