HomeUttarakhandAlmoraAlmora: जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर सुनी समस्याएं, कई जगह निरीक्षण

Almora: जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर सुनी समस्याएं, कई जगह निरीक्षण

अस्पताल, रानीझील व वूलन फैक्ट्री का जायजा
डीएम ने विभिन्न जगहों पर दिए आवश्यक निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

जिलाधिकारी वंदना ने अपने रानीखेत क्षेत्र के भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन बुधवार को रानीखेत तहसील मुख्यालय में जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर क्षेत्रीय समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने राजकीय अस्पताल रानीखेत का निरीक्षण करते हुए कई जरूरी निर्देश दिए। साथ ही वूलन फैक्ट्री व रानीझील का भी निरीक्षण किया।

ताड़ीखेत एवं रानीखेत क्षेत्र के दौरे पर निकली जिलाधिकारी वंदना ने दूसरे दिन बुधवार को तहसील मुख्यालय रानीखेत में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए उनके क्षेत्रों की विभिन्न समस्याएं सुनी। साथ ही संज्ञान में आई समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान सड़क, बिजली, पानी, आवास, चिकित्सा, वन व अन्य विभागों से संबंधित समस्याएं लोगों ने जिलाधिकारी के सामने रखी। जिलाधिकारी ने कहा कि फील्ड स्तर के अधिकारी गांवों का भ्रमण करें, लोगों की समस्याएं सुनकर उनका समाधान करें। साथ ही निर्देश दिए कि वीडीओ तथा वीपीडीओ ग्रामीणों के साथ खुली बैठकें कर उन्हें सभी योजनाओं की संपूर्ण जानकारी दें। इस बैठक में ब्लॉक प्रमुख हीरा रावत, नगर पालिका अध्यक्ष कल्पना देवी, छावनी परिषद के नामित सदस्य मोहन नेगी, व्यापार मंडल के महासचिव संदीप गोयल, विभिन्न ग्रामों से आए ग्राम प्रधान समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

इसके बाद जिलाधिकारी राजकीय चिकित्सालय रानीखेत के निरीक्षण पहुंची। जहां उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न पटलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके पांडे को निर्देश दिए कि निष्प्रयोज्य सामग्री को एक हफ्ते में नीलाम कर निस्तारित करने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि ट्रॉमा सेवा एवं ट्रॉमा स्टाफ की शासन से स्वीकृति मिलने तक ट्रॉमा सेंटर भवन को अन्य सेवाओं में लिया जाए। उन्होंने लेबर रूम को शिफ्ट करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम को शिकायत मिली कि चिकित्सकों द्वारा गैर जरूरी दवाइयां बाहर से लिखी जाती हैं। इसकी मौके पर जांच की गई तथा डॉक्टर्स को निर्देश दिए कि जिस दवाई का अन्य विकल्प अस्पताल में उपलब्ध है और केस साधारण हो, तो अस्पताल को उपलब्ध दवाओं का उपयोग किया जाए। साथ ही जेनेरिक दवाओं को प्राथमिकता देने की बात कही।

तत्पश्चात जिलाधिकारी ने केआरसी वूलन फैक्ट्री का निरीक्षण कर विभिन्न जानकारियां प्राप्त की तथा कार्यरत महिलाओं से बात की। इसके बाद उन्होंने रानी झील का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि रानी झील के समुचित विकास के लिए 15 दिन में प्रस्ताव तैयार करें तथा झील के सौंदर्यकरण, ट्रैक निर्माण, फेंसिंग आदि के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट जय किशन, जिला पर्यटन अधिकारी, अमित लोहनी, तहसीलदार मनीषा मारकाना समेत विभिन विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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