भारत सरकार के संयुक्त सचिव ने की समीक्षा
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
संयुक्त सचिव भारत सरकार, उपेंद्र कुमार जोशी (नोडल अधिकारी अमृत सरोवर एवं जल शक्ति अभियान) ने जनपद भ्रमण करने के बाद आज फिर विकास भवन सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की और भारत सरकार की अमृत सरोवर एवं जलशक्ति अभियान के तहत अल्मोड़ा जिले में हो रहे कार्यों की समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को कई निर्देश दिए।
संयुक्त सचिव ने कहा कि जनपद में जल संरक्षण की संभावनाएं काफी हैं, जिसके उचित प्रबंधन करने की जरूरत है। इससे पूर्व उन्होंने जनपद में अमृत सरोवर के लिए चयनित स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने वाटर हार्वेस्टिंग कंजर्वेशन पर जोर देते हुए इसके लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता बताई। लोगों के घरों में वाटर टैंक तथा घर की छतों में टैंक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जनपद में 79 स्थलों का चयन किया गया है, लेकिन यदि अन्य स्थल भी अमृत सरोवर के लिए उपयुक्त हैं, तो उनका चयन कर लिया जाए। वृक्षारोपण के कार्य पर भी जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में जिस प्रजाति के पेड़—पौंधे हो सकते हैं, वहा उसी प्रजाति का पौधारोपण हो। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पांडे, भारतीय हाइड्रोलॉजी संस्थान, रुड़की के वरिष्ट वैज्ञानिक डॉ. राजेश सिंह, परियोजना निदेशक चंद्रा फर्त्याल समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
ये दिए गए निर्देश
अमृत सरोवर के लिए चयनित स्थलों की जियो टैगिंग एवं मैपिंग की जाए।
चयनित स्थलों की भूगर्भीय जांच अवश्य करा ली जाए तथा योजना दीर्घकालिक हो।
जल संरक्षण के कार्यों से लोगों खासकर महिलाओं को जोड़ा जाए और जारी फंड को मितव्ययता से खर्च किया जाए।
मनरेगा से कराए जा रहे विभिन्न कार्यों का भुगतान भी समय पर किया जाए।
राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त गांव धसपड़ के अनुरूप ही जनपद में कार्य किए जाएंं।