सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
लंबित मांगों को लेकर उत्तराखंड डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सीएमओ के माध्यम से महानिदेशक स्वास्थ्य को ज्ञापन भेजा। मांगें पूरी नहीं होने पर 10 अक्टूबर को महानिदेशालय पर धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया।
सोमवार को जिलाध्यक्ष पीएस शाही ने सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि फार्मेसी संवर्ग का पुनर्गठन, सेवा नियमावली बनाए जाने के लिए कई वर्ष से आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने पेसेंट केयर भत्ता व धुलाई भत्ते के शासनादेश में संशोधन किए जाने की मांग भी की। कहा कि पोस्टमार्टम भत्ते की विसंगति वर्षों से चली आ रही है, जिसे सरकार व अधिकारी दूर नहीं कर रहे हैं। जिससे फार्मासिस्टों को नुकसान हो रहा है। उधर, बैजनाथ, कपकोट और कांडा में भी फार्मासिस्ट ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान हरीश ऐठानी, प्रेमा साह, बीएस खाती, आनंद वर्मा, सीएस जोशी, अनिल मेहरा, राजेश जोशी, बीजी गोस्वामी, आरएस कपकोटी, सुनील टम्टा, आरसी पांडे, राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद थे।