पहलगाम/नई दिल्ली | भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के X हैंडल पर रोक लगा दी है। पहलगाम हमले के बाद ख्वाजा आसिफ का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान लंबे अरसे से आतंकी संगठनों की फंडिंग करता आ रहा है। भारत ने सोमवार को भी 17 पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल्स बैन कर दिए थे।
पहलगाम हमले में आज इंटेलिजेंस एजेंसियों ने बड़ी जानकारी दी। इंटेलिजेंस एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है। मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। लश्कर ने ही उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था, ताकि वह सुरक्षा बलों और गैर-कश्मीरियों पर हमलों को अंजाम दे सके। मूसा ने गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में हमले को अंजाम दिया था। इसमें कई मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर की जान गई थी।
अटैक की जांच कर रही NIA लगातार सीन री-क्रिएशन कर रही है। एजेंसी आतंकियों की मदद करने वाले स्थानीय नागरिकों की तलाश में है। 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे।
UN में भारत की रिप्रेजेंटेटिव बोलीं- पहलगाम 26/11 से भी बुरा हमला
संयुक्त राष्ट्र में भारत की परमानेंट डिप्टी रिप्रेंजेंटेटिव योजना पटेल ने कहा कि पहलगाम हमला मुंबई में हुए 26/11 अटैक से भी बुरा है। भारत पूरी तरह समझता है कि इस तरह के हमलों का पीड़ितों, उनके परिवार और समाज पर क्या असर पड़ता है। पहलगाम हमले के बाद हमें दुनियाभर के लीडर्स से मजबूत समर्थन मिला है। यह दिखाता है कि दुनिया का आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नजरिया है।