👉 विश्व फोटोग्राफी दिवस पर अल्मोड़ा के सत्यों गांव पहुंचा हुनरमंद छायाकारों का दल
👉 प्राचीन मंदिरों की फोटोग्राफी, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक पक्षों की वीडियोग्राफी
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: आज छायाकारों का दल आज अल्मोड़ा के सत्यों गांव पहुंचा। जहां ग्रामीण परिवेश से जुड़े विविध आयामों के तमाम दृश्य उनके कैमरों में कैद हुए। वहीं हुनरमंद छायाकारों ने ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पक्षों की वीडियोग्राफी की। दरअसल यह मौका था विश्व फोटोग्राफी दिवस का और उदय शंकर फोटोग्राफी अकादमी अल्मोड़ा द्वारा फोटो वॉक आयोजित किया गया था।
इस फोटो वॉक का हिस्सा बने अल्मोड़ा समेत हल्द्वानी व काशीपुर के छायाकारों ने सत्यों गांव में ग्रामीण परिवेश के विभिन्न आयामों के दृश्यों को अपने कैमरों कैद किया। खासकर इस फोटोग्राफी ग्रामीण परिवेश के छायांकन को प्राथमिकता दी गई। जिसमें ग्रामीण आवास, रहन—सहन, गांव की बाखली, आंगन, गोठ एवं प्राचीन मंदिरों की फोटोग्राफी की गई। इसके साथ ही हुनरमंद छायाकारों ने गांव के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पक्षों की वीडियोग्राफी की। इस मौके पर हुई सभा में उदय शंकर फोटोग्राफी अकादमी के संरक्षक मनमोहन चौधरी ने बताया कि प्राकृतिक सौंदर्य एवं आवासीय शिल्प कला का विशेष स्थान रहा है, जो युवा छायाकारों को आंचलिक लोक संस्कृति परंपरा सीखने के लिए प्रेरित करता है। संस्था के उपाध्यक्ष चेतन कपूर ने फोटोग्राफी क्षेत्र में सामने आ रही नई टेक्नोलॉजी पर चर्चा की।
संस्था के सचिव जयमित्र सिंह बिष्ट ने कहा कि युवा फोटोग्राफी को अपना कैरियर बनाकर उससे अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं। उन्होंने संस्था के भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा को विस्तार से बताया। इस कार्यक्रम का संचालन संस्था अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह मिराल ने किया। इस फोटो वॉक में चेतन कपूर, नंदन सिंह रावत, देवेश बिष्ट, रमीज खान, भरत शाह, सारांश मुंगोली, गोकुल शाही, प्रमोद डालकोटी, नीरज पांगती, वैभव जोशी, मोहित बिष्ट, पवन सिंह सामंत, मनीषा पंत, पंकज पांडे, उत्कर्ष कांडपाल, शालीन जोशी आदि ने प्रतिभाग किया। जिसमें ग्राम सत्यों के पान सिंह सतवाल, दीवान सिंह सतवाल ने विशेष सहयोग प्रदान किया।