सीएनई रिपोर्टर, नैनीताल

आमतौर पर वीआईपी के साथ ही एस्कॉर्ट देखी होगी, लेकिन उत्तराखंड में पहली बार सामग्री विशेष लाने के लिए एस्कॉर्ट मिली है। ऐसा पुख्ता इंतजाम करने वाला जनपद नैनीताल है, जहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने मौजूदा जरूरत को देखते हुए प्राण वायु ‘आक्सीजन‘ निर्विघ्न अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ऐसी कारगर व्यवस्था की है। एसएसपी प्रीति ने बिना विघ्नबाधा के फौरी तौर पर अस्पताल तक आक्सीजन पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर गठित बनाकर यह चौकस इंतजाम किया है।
गौरतलब है कि वैश्विक कोरोना महामारी के जबर्दस्त प्रकोप के चलते जिंदगी संकट में है। ऐसे में चहुंओर प्राणवायु (आक्सीजन) के लिए होड़ मच रही है। ऐसे हालातों को देखते हुए प्राणवायु निर्विघ्न तरीके से अस्पतालों तक पहुंच सके, इसके लिए नैनीताल की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने ठोस कदम उठाते हुए पुख्ता इंतजाम कर दिखाया है। उन्होंने काशीपुर प्लांट से हल्द्वानी तक ऑक्सीजन लाने के लिए ग्रीन कोरिडोर बनाया है।
इस इंतजाम के तहत ऑक्सीजन प्लांट से रवाना होने वाले ट्रकों की सुरक्षा का खासा ध्यान रखने के लिए उत्तराखंड की नैनीताल जनपद पुलिस की ओर से मय पुलिस बल के एस्कॉर्ट लगाई गई है। जो ऑक्सीजन वाहन को बिना किसी अवरोध के अस्पताल तक पहुंचाएगी। साथ ही त्वरित गति से अस्पताल तक ऑक्सीजन पहुंचे, इसके लिए एस्कॉर्ट यातायात को दुरुस्त करते गुजरेगी, ताकि ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति से विलंब नहीं होने पाए।
एसएसपी नैनीताल प्रीति प्रियदर्शिनी द्वारा काशीपुर -हल्द्वानी रुट में पड़ने वाले सभी थाना व चौकी प्रभारियों, प्रभारी यातायात हल्द्वानी, सीपीयू हल्द्वानी को निर्देश दिए हैं कि प्राण रक्षक ‘ऑक्सीजन‘ के ट्रक के आते-जाते सड़़क किसी भी सूरत में बाधित नहीं होने पाए। इन निर्देशों पर अमल शुरू हो चुका है और पुलिस द्वारा ट्रैफिक पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि ऑक्सीजन पहुंचने में कोई बाधा नहीं रहे। इस व्यवस्था से अब कोरोना मरीजों के लिए जिले में ऑक्सीजन पहुंचने में कोई अवरोध नहीं आने पाएगा।