सीएनई डेस्क
मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी में समाने वाली रोडवेज की बस में एक भी यात्री जिंदा बाहर नहीं निकाला जा सका। रेस्क्यू अभियान में कुल 13 शव बरामद हुए हैं और कोई भी यात्री जिंदा बाहर नहीं निकला है। सबसे हैरान करने वाला पहलू तो यह रहा कि इस दुर्घटना को लेकर शुरू से ही भ्रम की स्थिति रही। पहले सूचना मिली कि बस में 55 यात्री थे, फिर बताया गया कि 40 यात्री थे और अब कहा गया है कि केवल 13 यात्री चालक—परिचालक सहित थे और सभी काल के ग्रास बन चुके हैं।
ज्ञात रहे कि मध्य प्रदेश के धार जिले के खलघाट में आज सोमवार सुबह महाराष्ट्र रोडवेज की बस नर्मदा नदी में जा गिरी। इस बस में कितने यात्री थी, इसको लेकर समाचार लिखे जाने तक संशय की स्थिति बनी हुई है। बताया गया है कि खलघाट में टू-लेन पुल पर एक वाहन को ओवरटेक करते समय बस अनियंत्रित हो गई और बस रेलिंग तोड़ते हुए नदी में जा गिरी। बस इंदौर से महाराष्ट्र के अमलनेर जा रही थी। इंदौर से घटनास्थल की दूरी करीब 90 किमी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहले बस एक चट्टान से टकराई और उसके पुर्जे हवा में उछल गये। इसके बाद सीधे नर्मदा नदी में जा समाई। जिन शवों को बाहर निकाला गया, वह बस में ही फंसे हुए थे।
गृह मंत्री के बयान से उत्पन्न हुआ भ्रम
इस हादसे को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जो बयान दिया उससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि 15 यात्रियों को जिंदा बाहर निकाला गया है, जबकि घटनास्थल पर मौजूद लोग लगातार कहते रहे कि एक भी बस सवार जिंदा बाहर नहीं निकला है। इधर इस मामले में गृहमंत्री ने कहा कहना है कि, ”खलघाट हादसे में प्रत्यक्षदर्शियों से मिली प्रारंभिक जानकारी के आधार पर कुछ भ्रम की स्थिति बन गई थी, लेकिन अब स्थानीय स्तर पर अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बस में सवार 13 लोग की हादसे में मृत्यु हुई है। घटनास्थल पर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।”
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपए की मदद देने की बात कही है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। फिलहाल 12 मृतकों की ही पहचान हो पाई है। इनमें 4 राजस्थान, 1 इंदौर (मध्यप्रदेश) और बाकी महाराष्ट्र से हैं। शवों को धामनोद (धार, मध्यप्रदेश) के सरकारी अस्पताल में रखा गया है।
होटल मालिक कर रहा 30—35 सवारों का दावा
यह रोडवेज बस संख्या MH 40 N 9848 सुबह 9 से 9.15 बजे खलघाट से 12 किलोमीटर पहले दूधी बायपास किनारे एक होटल पर रुकी थी। होटल मालिक का कहना है कि यहां 12-15 यात्रियों ने चाय-नाश्ता किया, जबकि बाकी लोग भीतर थे। होटल मालिक की बात को यदि सही मानें तो यदि बस में से 15 लोग उतरे तो यात्री संख्या अब तक मिली 13 लाशों से अधिक हो सकती है।