रामनगर। निकिता हत्याकांड के दोषियों को कठोर सजा देने तथा मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने की मांग को लेकर सामाजिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों ने उप जिलाधिकारी विजय नाथ शुक्ल के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ज्ञापन भेजा। देवभूमि विकास मंच तथा राज्य निर्माण आंदोलनकारी मंच से जुड़े लोगों ने हरियाणा के बल्लभगढ़ की छात्रा निकिता तोमर की दिनदहाड़े हत्या करने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए तहसील परिसर में महिलाओं की सुरक्षा देने, महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने की मांग को लेकर नारेबाजी की। सामाजिक राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों का कहना था कि दिन-प्रतिदिन महिलाओं पर बढ़ते हुए हिंसा एवं अपराध के मामले, निकिता जैसे हत्याकांड सभ्य समाज के लिए, सरकारों के लिए एक चुनौती है।
महिलाओं के साथ हो रहे यौन अपराधों, बलात्कार की घटनाओं, हिंसा जैसे अपराधों को लेकर विगत कुछ वर्षों से जिस तरह से धर्म, जाति एवं वोट बैंक के आधार पर जनता, सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के द्वारा प्रतिक्रिया की जा रही है एवं शासन-प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की जा रही है वह सभ्य समाज के लिए, लोकतंत्र के लिए बेहद चिंताजनक है, इस तरह की प्रतिक्रियाओं एवं कार्रवाई से अपराधियों को जहां संरक्षण मिलता है वही अपराधी जाति, धर्म के नाम पर सामाजिक बंटवारे के कारण तथा वोट बैंक की राजनीति के चलते शासन प्रशासन द्वारा निर्णय लेने व कार्रवाई के कारण अपराधी को उस अपराध की सजा नहीं मिल पा रही है। जिससे अपराधी एवम अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को प्रोत्साहन व संरक्षण मिलता है।
मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल खट्टर को भेजें ज्ञापन में निकिता हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाने के लिए ठोस कार्रवाई, जांच सुनिश्चित करने तथा इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंपने की मांग की गई है जिससे दोषियों को जल्दी सजा मिल सके तथा पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। ज्ञापन देने वालों में शीला शर्मा, तुलसी छिमबाल, मनमोहन अग्रवाल, प्रभात ध्यानी, पीसी जोशी, नवीन नैथानी, पान सिंह नेगी, पंकज, ललित उप्रेती, महेश जोशी, रवि आदि थे।