अल्मोड़ा: जरुरी सुविधाएं काफी हद तक रोकेंगी पलायन: आकांक्षा

👉 एक खास मुलाकात में मुख्य विकास अधिकारी ने व्यक्त किए विचार 👉 शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाई जाएगी बेहतरी, द्रुत गति से…

जरुरी सुविधाएं काफी हद तक रोकेंगी पलायन: आकांक्षा

👉 एक खास मुलाकात में मुख्य विकास अधिकारी ने व्यक्त किए विचार

👉 शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाई जाएगी बेहतरी, द्रुत गति से चलेंगे विकास कार्य

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: पहाड़ से पलायन की एक बड़ी वजह सुविधाओं में कमी है। खास तौर से शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में कमी भी पलायन के लिए जिम्मेदार है। आमतौर पर देखा जा रहा है कि अल्मोड़ा जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में ​शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़कों की स्थिति तंदरुस्त नहीं है। इन कमियों को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे, ताकि जनता को सुविधाएं मिलें और लोग पलायन का विचार त्यागें।

यह विचार आज जनपद की मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे (आईएएस) ने एक खास मुलाकात में व्यक्त किए। मालूम हो कि नई सीडीओ आकांक्षा कोंडे को अल्मोड़ा में कार्यभार ग्रहण किए लगभग एक माह हो चुका है। इस दौरान वह कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर चुकी हैं। इसी भ्रमण से संज्ञान में आई समस्याओं व अनुभवों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़कों में कई कमियां प्रतीत हुई हैं। उन्होंने भ्रमण में पाया कि कई विद्यालयों में मानक के अनुसार शिक्षक नहीं हैं। कहीं प्राथमिक स्कूलों में 2—3 बच्चों पर बच्चों पर दो शिक्षक हैं, तो कहीं 50 बच्चों पर एक शिक्षक। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रोें में सड़कों की दशा खराब है, तो कई गांव आज भी मुख्य सड़कों से दूर ही हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधा को लेकर शिकायतें हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अल्ट्रासाउंड, एक्स—रे व कुछ अन्य जांचों की सुविधाओं के लिए दूर ही जाना पड़ता है या मरीज रेफर होते हैं।

मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा का कहना था कि उक्त स्थितियां भी पलायन की वजह हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि लोग बेहतर उपचार, बेहतर शिक्षा व सड़कों की सुविधा के लिए अपने बच्चों को लेकर शहरों की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। यदि उन्हें गांव के करीब ही सारी सुविधाएं बेहतर ढंग से मिलें, तो पलायन काफी हद तक रुक सकता है। उन्होंने कहा कि इसी दिशा में काम करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि शासन ने उन्हें जनता की सेवा के लिए भेजा है और विकास कार्यों को द्रुत गति से अंजाम देने तथा जनता को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाने व जन शिकायतों का त्वरित निदान करवाने की दिशा में उनका भरसक प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि इसी संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए जा रहे हैं।
सक्रिय की जाएगी वन स्टाप सेंटर

अल्मोड़ा: मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने मुलाकात के दौरान यह भी कहा कि पूर्व जिलाधिकारी वंदना सिंह द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए संचालित वन स्टाप सेंटर योजना लागू की थी। जो पहाड़ के परिप्रेक्ष्य में काफी अच्छी है, लेकिन वर्तमान में ठप पड़ी है। उन्होंने बताया कि इस योजना में गर्भवती महिलाओं को प्रसव तिथि से चंद रोज पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया जाना शामिल है, क्योंकि अक्सर परेशानी होने पर ही अस्पताल लाया जाता है। जिससे माता व शिशु को खतरा रहता है। अगर प्रसव तिथि से पूर्व ही महिला अस्पताल पहुंच जाए, तो यह खतरा टल जाता है। उन्होंने कहा कि इस योजना के लागू होने से जिले में मातृ—शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि मातृ—शिशु मृत्यु दर को शून्य करने में यह योजना कारगर हो सकती है। ​इसलिए योजना को पुन: सक्रिय करने के प्रयास होंगे।


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