HomeUttarakhandAlmoraसोच संस्था का संकल्प: 'मासिक धर्म' से जुड़ी भ्रांतियों मिटाई जाएंगी

सोच संस्था का संकल्प: ‘मासिक धर्म’ से जुड़ी भ्रांतियों मिटाई जाएंगी

— लंबे समय से चल रही वृहद मुहिम, संस्था से लोगों का जुड़ाव बढ़ा
— एसएसजे परिसर के शिक्षा संकाय में हुई जागरूकता कार्यशाला

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: महिलाओं के ‘मासिक धर्म’ को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को सोच संस्था मिटाकर रहेगी। ऐसा संकल्प संस्था ने लिया है। इसके साथ ही संस्था महिलाओं को स्वास्थ्य के बारे में भी सचेत करेगी। इसी संकल्प को साकार करने के लिए लंबे समय से संस्था ने लगातार जागरूकता की मुहिम छेड़ी है। कार्यशालाएं व गोष्ठियों के जरिये जगह—जगह विषय पर अलख जगाने का कार्य चल रहा है। जागरूकता तथा विषय की गंभीरता को समझते हुए संस्था को तमाम लोगों को सहयोग ​भी इस कार्य में मिल रहा है।

इसी सिलसिले में एक जागरूकता कार्यक्रम सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के शिक्षा संकाय में आयोजित हुआ, जो नेहरू युवा केन्द्र एवं विषय पर जागरूकता का काम कर रही संस्था ‘सोच’ के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. नीरज तिवारी ने सोच संस्था के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि सोच संस्था आगे भी विषय पर लगातार कार्य करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्था स्कूलों, कॉलेजों व गांवों में कैंप लगाकर जागरूकता का काम करके सामाजिक बदलाव लाएगी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष प्रो. भीमा मनराल ने कहा की सोच संस्था के बेहतर प्रयासों से सामाजिक बदलाव देखने में आने लगा है और भविष्य में भी शिक्षा संकाय विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर सोच संस्था का सहयोग करेगा। हिंदी विभाग की प्रो. ममता पंत ने इस बीच अपने जीवन की व्यक्तिगत घटनाओं को सभी छात्र—छात्राओं से साझा किया और कहा कि सोच संस्था के कार्य सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे जरूरी विषय से जुड़े कार्यों में वह सोच संस्था के साथ खड़ी रहेंगी। इस मौके पर नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी दिवाकर भाटी ने कहा की मासिक धर्म विषय पर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए सोच संस्था द्वारा उठाए गए कदम बेहतरीन हैं। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र ऐसे कार्यों में सहयोग देते हुए जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित करता रहेगा।

कार्यक्रम में सोच संस्था की वोलेंटियर हिमांशी और प्रियंका ने PCOD और PCOS के बारे में छात्राओं को जानकारी प्रदान की। इसके पश्चात सोच संस्था की वोलेंटियर दीपिका पुनेठा ने पीरियड्स के दौरान दर्द से आराम देने वाले योग के अलग अलग आसनों के बारे में भी जानकारी दी। इस मौके पर सोच संस्था की वॉलेंटियर हिमांशी व प्रियंका ने PCOD और PCOS संबंधी जानकारियां छात्राओं को दीं और वॉलेंटियर दीपिका पुनेठा ने पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत देने वाले योग के अलग—अलग आसनों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सोच संस्था के सचिव मयंक पंत ने किया। इस मौके पर संदीप नयाल, दिव्या जोशी, सोच संस्था से आशीष पंत, राहुल जोशी, दीपाली, कल्पना, ऋतिक आदि मौजूद रहे।

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