महाकुंभ लाकर पत्नी की हत्या कर दी, परिवार से कहा- भीड़ में खो गई
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UP News | मेरा एक महिला से अफेयर है। पत्नी मीनाक्षी इसका विरोध करती थी। रोज लड़ती थी। इसलिए मैंने उसे मारने की साजिश रची। प्रयागराज महाकुंभ सबसे सही जगह लगी। मैं दिल्ली से उसे लेकर आया। पत्नी की हत्या से पहले संगम पर स्नान किया। उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया। इसके बाद लॉज में किराए का कमरा लिया। रात में उसी लॉज में हत्या कर दी। मैंने सोचा था पत्नी को यहां मार देंगे और परिवार वालों से कह देंगे कि मीनाक्षी महाकुंभ में खो गई।
यह बातें दिल्ली निवासी अशोक वाल्मीकि ने पुलिस पूछताछ में बताई। आरोपी ने 18 फरवरी की रात प्रयागराज के एक लॉज में धारदार हथियार से पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी थी। उसके बाद सारा सामान लेकर फरार हो गया था। घरवालों को फोन कर बताया कि पत्नी महाकुंभ की भीड़ में कहीं खो गई है। फिर वह दिल्ली भाग गया। 21 फरवरी को बेटा अश्विन (22) तलाश करता हुआ प्रयागराज पहुंचा। यहां उसने मां के शव की शिनाख्त की। इसके बाद पुलिस ने पति को अरेस्ट किया। पढ़िए पूरा घटनाक्रम…।
लॉज के बाथरूम में मिली थी लाश
प्रयागराज स्थित झूंसी के एक लॉज के बाथरूम में 19 फरवरी को महिला का शव मिला था। उसकी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। लॉज मालिक की सूचना पर पुलिस पहुंची। लॉज मालिक ने पूछताछ में बताया कि मंगलवार रात 9 बजे महिला एक युवक के साथ आई थी। दोनों ने एक-दूसरे को पति-पत्नी बताया था। उन्होंने 500 रुपए में कमरा लिया था। आईडी और फोन नंबर नहीं दिया था। झूंसी इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया था कि कमरे में महिला का कोई सामान नहीं मिला। महिला के साथ आया युवक भी फरार था। जिस मकान में लॉज था, उसका मकान मालिक वहां नहीं रहता है। बगल की एक दुकान वाला ही उसकी देखभाल करता है। दोनों ने दुकानदार से रिक्वेस्ट किया कि दिल्ली से आए हैं। थके हैं। कुछ घंटे के लिए एक कमरा दे दो। दुकानदार ने उन्हें एक कमरा दे दिया था।
बेटा मां को तलाशते हुए पहुंचा थाने
आरोपी ने जब परिवार में यह बताया कि पत्नी कुंभ में खो गई है, तो उसका बेटा अश्चिन 20 फरवरी को मां को तलाश करता हुआ प्रयागराज पहुंचा। यहां झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह को अपनी मां की फोटो दिखाई और बताया कि ये उसकी मां मीनाक्षी हैं। यह लापता हैं। पापा के साथ 17 फरवरी को महाकुंभ स्नान करने के लिए दिल्ली से आईं थीं। अश्विन ने बताया- मम्मी की तलाश के लिए मैं सबसे पहले प्रयागराज जंक्शन के थाने में गया। यहां पुलिस ने मम्मी की फोटो देखते ही कहा कि झूंसी में एक महिला की हत्या हुई है। वहां से जो तस्वीर आई है, उससे तुम्हारी मम्मी का चेहरा मिल रहा है। इसके बाद मैं झूंसी थाने पहुंचा। यहां इंस्पेक्टर उपेंद्र प्रताप सिंह मुझे लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे और डेडबॉडी दिखाई। डेडबॉडी देखते ही अश्विन फूट-फूटकर रोने लगा। उसने थाना प्रभारी से कहा- ये मेरी मम्मी हैं। इसी बीच पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जुटा ली थी, जिसमें महिला एक युवक के साथ जाती दिखाई दे रही थी।
पति बोला- चाकू से गला काटा
थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह को अश्विन के पिता पर शक हुआ। पुलिस ने अश्विन से उसके पिता के बारे में पूछा। अश्विन ने बताया- उसके पिता का नाम अशोक कुमार है। वह दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मी हैं। पुलिस ने अश्विन से उसके पिता को बुलाने के लिए कहा। बेटे अश्विन के बुलाने पर अशोक 21 फरवरी को प्रयागराज के बैरहना पहुंच गया। प्रयागराज पहुंचते ही पुलिस ने अशोक को गिरफ्तार कर लिया। उससे उसकी पत्नी के बारे में कड़ाई से पूछताछ की। पहले तो वह गोलमोल जवाब देता रहा। मगर जब पुलिस ने सख्ती से पूछा तो उसने बताया कि मैंने ही मीनाक्षी को मारा है। चाकू से उसका गला काटा है। मेरा दिल्ली में एक महिला से अवैध संबंध है। इसकी भनक मीनाक्षी को हो गई थी। वह रोज इसको लेकर झगड़ती थी। इसलिए मैंने मीनाक्षी को मारने का प्लान बनाया। मैंने प्रयागराज महाकुंभ को सबसे सही स्थान चुना। मैंने सोचा पत्नी को यहां मार दूंगा और लोगों से कह दूंगा कि वह कहीं गुम हो गई है।
ऐसा कमरा खोजा, जहां ID नहीं मांगी गई
तय प्लान के अनुसार अशोक 17 फरवरी को अपनी पत्नी के साथ दिल्ली से महाकुंभ स्नान के लिए निकला। वह ऐसा कमरा खोज रहा था, जहां उससे आईडी न ली जाए और कोई कैमरा भी न लगा हो। 18 की देर रात कमरे की तलाश के दौरान उसकी मुलाकात झूंसी में सुरेंद्र बिंद से हुई। सुरेंद्र ने अपने मौसी के बेटे संजय के यहां लॉज में 500 रुपए में किराए पर कमरा दिलवाया। यहां अशोक ने बताया कि वह दोनों पति-पत्नी हैं। मगर उनके पास आईडी नहीं है। लॉज मालिक ने उसे बगैर आईडी के कमरा दे दिया। अशोक ने बताया- रात में जब, मीनाक्षी बाथरूम में गई, तो मैं चाकू लेकर उसकी तरफ बढ़ गया। बाथरूम में ही मैंने उसकी गर्दन पर वार किया और मार डाला। इसके बाद मैं लॉज से भाग निकला।
मर्डर करने से पहले संगम पर बनाया 22 सेकेंड का वीडियो
पुलिस पूछताछ में आरोपी अशोक ने बताया, मीनाक्षी की हत्या से पहले संगम पर स्नान करने का 22 सेकेंड का वीडियो बनाया। उसे मैंने सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। इसके कुछ घंटे बाद ही मैंने पत्नी की हत्या कर दी। अशोक ने बताया, मैं चार महीने से हत्या की साजिश रच रहा था। 17 फरवरी को मीनाक्षी के साथ प्रयागराज पहुंचा। 18 फरवरी को हम दोनों संगम गए। रात में ही अशोक ने मीनाक्षी के साथ संगम में डुबकी लगाई। संगम से जब दोनों निकले तो पुलिस ने उन्हें पीपे के पुल से झूंसी की तरफ भेज दिया। उसने बताया कि वह चाकू अपने साथ लेकर आया था। हत्या करने के बाद वह खून से सने चाकू को बैग में लेकर निकल गया था।
झूंसी थाना अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया- महिला मूल रूप से बुलंदशहर की रहने वाली थी। वह पिछले कई सालों से परिवार के साथ दिल्ली में रहती थी। उसके तीन बेटे हैं। पति को अरेस्ट कर लिया गया है।