सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
गरुड़-कौसानी मोटरमार्ग में चौड़ीकरण के लिए पहाड़ कटान किया गया। मगर पेड़ों का कटान नहीं हुआ। अब बरसात में भूधंसाव के कारण तमाम पेड़ स्वत: धराशायी होने लगे हैं, जो न सिर्फ सड़क अवरुद्ध कर रहे हैं बल्कि खतरा भी बन रहे हैं। इस स्थिति से जनाक्रोश बढ़ने लगा है।
जनपद के विश्व प्रसिद्व पर्यटक स्थल कौसानी को जोड़ने वाला गरुड़-कौसानी मोटरमार्ग की हालत दयनीय बनी हुई है। 13 करोड़ की लागत से बन रही इस सड़क में मानकों की अनदेखी कर कार्य किया जा रहा है। जिन स्थानों पर हॉटमिक्स किया गया है। वह भी लगातार उखड़ने लग गया है। यही नही चौड़ीकरण के नाम पर जगह जगह पहाड़ कटान तो किया गया है, लेकिन उसमें लगे पेड़ो को नही काटा गया है। जिस कारण आएदिन पेड़ गिर रहे है। जिससे कभी किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है।
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ अधिक्वता गिरीश कोरंगा ने बताया कि माह फरवरी में जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर कौसानी-गरुड़ मोटरमार्ग में मानकों की अनदेखी होने की जांच की मांग उठाई थी। साथ ही कटिंग के दायरे में आ रहे चीड़ के पेड़ों को कटवाने की मांग की थी, लेकिन आज तक न तो जांच हुई और न ही पेड़ों का कटान। अब बरसात में मुसीबत खड़ी हो गई है। जिला पंचायत सदस्य जनार्दन लोहनी ने भी जिला प्रशासन से कौसानी-गरुड मोटरमार्ग में दुर्घटनाओं का पर्याय बन चुके पेड़ों के तत्काल कटान करने की मांग की है।
इधर गरुड़ के व्यापारी में कौसानी गरुड मोटर मार्ग नवनिर्माण व चौड़ीकरण सहित हाटमिक्स की गुणवत्ता के खिलाफ मुखर हो चली है। विगत बुधवार को गरुड के व्यापारियों ने विभाग का पुतला फूँककर विरोध दर्ज किया। व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मोटर मार्ग निर्माण कार्य में सुधार नही किया गया तो वह सड़को पर उतर कर आंदोलन को बाध्य होंगे