सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
हवालबाग ब्लाक के ग्राम सभा जूड़-कफून से लगभग 4-5 किमी दूरी पर स्थित ठाट गांव के वाशिंदे एक अदद मोटर मार्ग को तरस रहे हैं। राज्य गठन के बीस साल बाद भी उनका गांव विकास से अछूता है, जिसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यह गांव किसी भी राजनैतिक दल के लिए वोट बैंक नही है। चूंकि यहां मात्र दस परिवार ही रहते हैं।
धर्म निरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला ने बताया कि वह मंच के सदस्यों के साथ खड़ी चढ़ाई चलते हुए पैदल इस गांव में पहुंचे और ग्रामीणों के साथ बैठक की। ग्रामीणों ने मंच को बताया कि फल—सब्जी उत्पादन की बड़ी आर्थिक सम्भावनाओं के बावजूद इस गांव में आज तक मोटर-मार्ग नही बन पाई है। जिसका एकमात्र मात्र कारण ग्रामीणों को जनप्रतिनिधियों ने बताया कि गांव में केवल 10 परिवार ही रहते हैं, इसलिए मोटर-मार्ग का निर्माण नही किया जा सकता। जिस पर मंच संयोजक विनय किरौला ने बताया कि भारतीय संविधान कहता है कि भारत मे रहने वाले आखरी व्यक्ति का सशक्तिकरण होना चाहिए। उसे भी वो सारी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए, जो मुख्य-धारा में रहने वाले व्यक्ति को उपलब्ध है। दूरस्थ क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति को भी मोटर-मार्ग पानी बिजली अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उनके बच्चों को भी बेहतरीन शिक्षा मिलना उसका लोकतांत्रिक अधिकार है। इधर आज इस मसले को लेकर मंच संयोजक विनय किरौला व ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि ग्राम ठाट को मांडल गांव के रूप में विकसित किया जाये। गांव तक मोटर मार्ग का निर्माण शीघ्र ही प्रारंभ किया जाये, जिससे यहां होने वाली अधिक मात्रा में सब्ज़ियां और फलों को मंडी में पहुंचने की मदद मिल पाये, जिससे ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हो सके।
मुख्य विकास अधिकारी ने इस पर मंच और समस्त ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जल्द ही संबंधित विभाग को मोटर मार्ग का सर्वे करने हेतु आदेशित किया जायेगा और माडल गांव की हर संकल्पना को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जायेगा। इस अवसर पर मंच संयोजक विनय किरौला, तेज सिंह कनवाल, बच्चन सिंह लटवाल, निरंजन पांडेय, हर्ष सिंह बिष्ट, संतराम, जयपाल राम, रोहित थटवाल, कमलेश थटवाल, आनंद राम, सुंदर बिष्ट, किशन बिष्ट आदि मौजूद थे।